* खिलाड़ियों को मुश्किलें, ज़िला कलेक्टर सुमीता सभरवाल से शिकायत
करीमनगर।( सियासत न्यूज़) करीमनगर मुस्तक़र बिच शहर आर्टस कोलेज मैदान जो सर्कस गराउन्ड के नाम से मशहूर होचुका है, उसे सिवाए खेलों के किसी ओर ज़रूरतों के लिए ना दिया जाए।
इस गराउन्ड को कारोबारी अंदाज़ में इस्तिमाल किया जा रहा है, आइन्दा किसी को भी ना दिया जाए। ज़िला कलेक्टर को ज़िला फुटबोल, वोली बोल एसोसी एषण के सदस्यों ओर खिलाड़ियों ने कांग्रेस पार्टी असेंबली हलक़ा इंचार्ज चीलमीडा लक्ष्मी नरसिम्हा राउ की क़ियादत में एक याददाश्त हवाले की।
आर्टस कोलेज खेल मैदान पिछले 60साल से मुख़्तलिफ़ खेलों के मुज़ाहिरे के लिए इस्तिमाल होता आरहा है। इस खेल के मैदान की हिसारबंदी का काम पुर्व असेंबली सदस्य वि जगपती राउ के ज़माने में हुआ था, तब से इस खेल के मैदान में खेलों के प्रोग्राम बराए नाम या खेलों के लिए कम इस्तिमाल हो रहा है और दुसरे मकसदों के लिए ज़्यादा इस्तिमाल में आरहा है जिस की वजह से खेलों की प्रेक्टीस करने वाले खिलाड़ियों को परेशानी होरही है।
वैसे अब इस मैदान का नाम सर्कस गराउन्ड आम होचुका है, सनती नुमाइश ओर दुसरी कारोबारी नुमाइश, कभी सर्कस के लिए, सयासी जलसों और मज़हबी जलसों के लिए इस्तिमाल होरहा है। मज़हबी तकरीबों के लिए हफ़्ता दस दिन तक पूरा गराउन्ड किराया पर दिया जा रहा है, इस मसले को तुरंत हल किया जाए।
कलेक्टर को हवाले की जाने वाली लिखीत याददाश्त में ये मुतालिबा किया गया।ओर कहा गया कि इस मैदान के बजाए अंबेडकर स्टेडीयम में फुटबॉल मैदान मौसम बरसात में खेलने के काबिल नहीं रहता, जहां बारिश का पानी जमा रहता है। ज़िला के खिलाड़ियों की सहूलत और उन की रोज़ाना प्रेक्टिस के लिए इन खेल के मैदानों में तमाम सहूलतों देने का भी मुतालिबा किया गया।
इस सिलसिले में चीलमीडा नरसिम्हा राउ ने भी अपनी तरफ से मदद कि पेशकश करने पर कलेक्टर ने यकिन दिया है कि जिस दिन से खेल के मैदान को मुख़्तलिफ़ खेलों केलिए सहूलतों देने और तरक़्क़ी दिए जाने का प्रोग्राम शुरू होगा इस रोज़ से इस गराउन्ड को दुसरे मकसद यानी तक़ारीब वग़ैरा के लिए नहीं दिया जाएगा।
इस मौके पर वे गवीनद राउ, मुहम्मद वली पाशाह, के लक्ष्मी राजिम, जी हरी किशन राउ, डी एलची रेड्डी, एस शंकर बाबू, रशीद रोडा, श्री धर वग़ैरा शरीक थे।