सर्जिकल स्ट्राइक पर वो सवाल जो नहीं पूछे गये

भारत का पाकिस्तान पर किये सर्जिकल स्ट्राइक देश में राष्ट्रवादी उन्मादी की लहर दौर गई। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक भारत के इस कदम की तारीफ हो रही है लेकिन इन राष्ट्रवादी उन्माद के बीच कुछ ऐसे सवाल भी है जिनकों उठाने से पत्रकार भी डर रहे हैं कि कहीं उनके देशभकित पर प्रश्नवाचक चिन्ह न लगा दिया जाये या पाकिस्तान परस्त ना कह दिया जाये लेकिन इन सवालों को उठाने की हिम्मत वरिष्ठ पत्रकार प्रियदर्शन ने अपने ब्लॉग के जरिये की है।

प्रियदर्शन के उठाये गये कुछ अहम सवाल

– इस सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अब तक दो आधिकारिक वक्तव्य आए हैं। एक वक्तव्य विदेश मंत्रालय के प्रेस सम्मेलन में मिलिटरी आॅपरेशन के महानिदेशक मेजर जनरल रणवीर सिंह ने दिया। उन्होंने ही पहली बार यह बात कही कि भारत ने बुधवार रात सर्जिकल स्ट्राइक की है। लेकिन मारे गए आतंकियों की तादाद पर उन्होंने कुछ नहीं कहा। सम्मेलन में सवाल जवाब से भी इनकार किया।

सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के नेताओं ने जब यह जानना चाहा कि इस सर्जिकल हमले में कितने आतंकी मारे गए तो उनसे कहा गया कि कुछ बताना मुश्किल है। उन्होंने वीडियो और तस्वीरों के बारे में पूछा तो कहा गया कि शाम तक शायद कुछ फोटो मिलें। वीडियो और तस्वीर अभी तक पेश नहीं किया गया है।

कुछ न्यूज चैनलों के मुताबिक,सर्जिकल स्ट्राइक पर पहली खबर ये चली हमले में 38 आतंकी मारे गए हैं और सेना तीन किलोमीटर भीतर तक जाकर आतंकियों के सात लांचिंग पैड नष्ट कर आई है। फिर कुछ देर बाद इस खबर की रुप-रेखा बदल दी गई लेकिन इन खबरों की पुष्टि के लिए कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया गया। क्या ऐसी खबरे की पुष्टि के अधिकारिक बयान की दरकार की गई।

क्या सीमा पार जाकर आतंकवादियों को मार गिराने का काम सेना ने पहली बार किया है? रक्षा जानकारों का कहना है कि ऐसा पहले भी होता रहा है। इन जानकारों को छोड़ दें, पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल विक्रम सिंह ने कहा है कि ऐसे आॅपरेशन पहले भी होते रहे हैं।