अमृतसर, 01 जनवरी: (एजेंसी) सर्दियों का मौसम आते ही क्या फल और क्या तरकारियां सब ही सस्ती हो जाती हैं और इस मौसम में हर वो फल जो आम तौर पर बाज़ार में दस्तयाब नहीं होता (सिवाए आम के) बह आसानी मिल जाता है । इसलिए लोग कहते हैं कि अगर अच्छी सेहत बनानी है तो सर्दियों का इंतेज़ार किया जाये ।
सर्दियां चूँकि जिस्म में ज़ाइद ख़ुश्की पैदा करती हैं लिहाज़ा ग़िज़ा के ज़ाइद इस्तेमाल से ख़ुश्की को दूर किया जा सकता है । इस तरह कई फल उसे होते हैं जो सिर्फ़ सर्दियों में इस्तेमाल करने पर कारगर साबित होते हैं। सेब , नाशपाती, तरबूज़ , जाम , अंगूर बहरहाल जितने भी नाम लिए जाएं तो हमारी सेहत के नुक़्ता-ए-नज़र से अहमियत के हामिल हैं।
अगर ये कहा जाये तो बेजा ना होगा कि अगर जिस्म को तमाम विटामिंस हासिल करवाना है तो बेशक सर्दियों में ज़्यादा से ज़्यादा फलों का इस्तेमाल किया जाये । यही बात तकरीबन हर तरकारी के बारे में कही जा सकती है । ख़ुसूसी तौर पर टमाटर और मटर । टमाटर , मटर और आलू का चोली दामन का साथ है ।
हिंदूस्तान का कोई घर या रेस्टूरेंट ऐसा नहीं होगा जहां आलू मटर ना बनता हो। आलू , मटर और प्याज़ के साथ सालन का मज़ा दोबाला हो जाता है । ज़रूरत इस बात की है कि उनको ज़्यादा चुकाया ना जाये वरना विटामिंस के ज़ाए होने का अंदेशा पैदा हो जाता है । अगर आप अपने जिस्म को विटामिंस की ताक़त से लैस करना चाहते हैं तो सर्दियों में ख़ूब फल और ख़ूब तरकारी खाईये।