सर नौबत, आई एस एस एफ़ गोल्ड मैडल जीतने वाली पहली हिंदूस्तानी ख़ातून

नई दिल्ली 6 अप्रैल : हिंदूस्तानी निशाना बाज़ राही सर नौबत ने ज़बरदस्त सलाहियत का मुज़ाहरा करते हुए आलमी कप मुक़ाबले के 25 मीटर पिस्तौल शूटिंग मुक़ाबले में गोल्ड मैडल हासिल करलिया है।

राही सर नौबत ने कोरिया के शांग वांग में चल रहे आई एस एस एफ़ आलमी कप की 25 मीटर पिस्तौल शूटिंग के फाईनल मुक़ाबले में मुक़ामी निशाना बाज़ कियूनगे कम को 8.6 से शिकस्त दे कर गोल्ड मैडल अपने नाम करलिया है।

इससे वो आलमी कप में सोने का तमग़ा जीतने वाली पहली हिंदूस्तानी पिस्तौल निशाना बाज़ भी बन गई है। राही इससे उन राइफ़ल निशाना बाज़ों की इलियट कलब में शामिल होगई जिन्होंने हिंदूस्तान केलिए आई एस एस एफ़ आलमी कप में गोल्ड मैडल जीते हैं।

इन में अंजली भगवत, गगन नारंग, संजीव राजपूत, राजीव वर्धन सिंह राठौर, रंजन सोढी और मानव जीत सिंह संघो शामिल हैं। वाज़ह रहे कि राही सर नौबत ने इससे क़बल अमेरीका में 2011-ए-के आई एस एस एफ़ आलमी कप में ब्राउनज़ मैडल हासिल की थी। राही सर नौबत ने कहा कि मेरा ख़ाब हक़ीक़त में बदल गया।

में अपने कोच एनातोली पदोबनी के साथ गुजिश्ता कुछ महीनों से गुण आफ़ गिलौरी एकेडेमी में सख़्त मेहनत कररही थी और में उन के तआवुन का शुक्रिया अदा करती हूँ। इस हिंदूस्तानी निशाना बाज़ ने 584 के जुमला स्कोर से चौथे मुक़ाम से सेमीफाइनल केलिए क्वालीफ़ाई किया था इसके बाद वो 15 नंबर से दूसरे सेमी फाइनलिस्ट के तौर पर फाईनल में पहुंची जबकि कम 5 सीरीज़ में 16 नंबर हासिल करके पहली सेमी फाइनलिस्ट थी।

टूर्नामेंट के नए क़वाइद के मुताबिक़ इबतिदाई राउंड से 8 निशाना बाज़ सेमीफाइनल केलिए क्वालीफ़ाई करते हैं, जिसमें एक निशाना बाज़ को 5 शॉट की हर एक सीरीज़ में अंदर के 10 नंबर पर निशाना के मुताबिक़ स्कोर मिलता है।

फिर दो अहम निशाना बाज़ फाईनल केलिए क्वालीफ़ाई करते हैं, जिस में तीसरे और चौथे मुक़ाम के निशाना बाज़ ब्राउनज़ मैडल के पले आफ़ केलिए एक दूसरे के मद्द-ए-मुक़ाबिल होते हैं हालाँकि दीगर हिंदूस्तानियों केलिए ये दिन मायूसकुन रहा।

2010ए- क़ौमी खेलों की गोल्ड मैडलिस्ट अनीसा सय्यद 572 के स्कोर से 21 वीं मुक़ाम पर जबकि नैशनल चम्पियन सुषमा सिंह 570 स्कोर के साथ 26 वीं मुक़ाम पर रहें। दूसरी तरफ़ 10 मीटर अर राइफ़ल में 3 हिंदूस्तानी दावेदारों में से कोई भी फाईनल में दाख़िल नहीं होसका।

नेशनल चम्पियन अपरवी चंदौला 407.8 के जुमला स्कोर से तीसवीं मुक़ाम पर रहें जबकि पूजा घाटकर ने 410.3 और एलज़ीबेथ शोजान कोशी ने 409.4 के जुमला स्कोर के साथ वो 25 वीं मुक़ाम पर रह गईं।