लाहौर। पंजाब पुलिस ने बुधवार को पंजाब प्रांत के तत्कालीन गवर्नर सलमान तासीर की पुण्यतिथि पर जश्न मनाने के लिए रैली आयोजित करने का प्रयास करने के लिए 100 से अधिक मौलवियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही कुल 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौलवियों की शहर के दो इलाकों में अलग-अलग रैली की योजना थी।
गौरतलब है कि ईशनिंदा को लेकर 4 जनवरी, 2011 को इस्लामाबाद में सलमान के बॉडीगार्ड मुमताज कादिरी ने उनकी हत्या कर दी थी। उनकी पुण्यतिथि पर उनकी हत्या के जश्न की तैयारी में जुटे लोगों का पुलिस ने रैली करने की अनुमति नहीं दी थी। इन लोगों ने की हत्या का जश्न मनाने के लिए रैली की थी।स्थानीय मीडिया के अनुसार तासीर की छठी बरसी पर गुलबर्ग इलाके के मुख्य मार्ग पर मौलवियों ने प्रतिबंध आदेश को धता बताते हुए रैली की। सरकार ने गुलबर्ग इलाके में रैली पर प्रतिबंध लगा रखा था।
रैली में सुन्नी तहरीक, तहरीक-ए-खात्मे नबुव्वत, तहरीक-ए-लब्बैक या रसूलअल्लाह (एसएडब्ल्यू) सहित धार्मिक संगठन शामिल थे। इनकी कलमा चौक से लिबर्टी चौक तक मार्च निकालने की योजना थी। यह सब तासीर के हत्यारे की प्रशंसा और ईशनिंदा कानून के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए किया गया।
इस बीच, डॉ अशरफ आसिफ जलाली और हाफिज खादिम हुसैन रिजवी के नेतृत्व में क्रमश: गुलबर्ग और माल रोड पर दो अलग-अलग रैलियों का आयोजन किया गया था जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। इस दौरान कलमा चौक पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया और सड़कों को कंटेनरों के साथ अवरुद्ध कर दिया गया।
इस बीच कुछ लोग पुलिस से भिड़ गए, क्योंकि पुलिस ने उनको गंभीर ट्रैफिक जाम की वजह से उधर जाने से रोक दिया गया। इसके अलावा, मेट्रो एवं बस सेवा भी निलंबित कर दी गई थी। सलमान तासीर ने विवादास्पद ईशनिंदा कानून के खिलाफ अपने बयान के साथ धार्मिक कट्टरपंथियों को नाराज कर दिया था जिसके चलते 4 जनवरी, 2011 कोगोलीबारी की घटना में मारा गया था। ईशनिंदा कानून पाकिस्तान में एक संवेदनशील मुद्दा है।