ईस्लामाबाद । यक्म अक्टूबर (पी टी आई) पाकिस्तान की एक इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी अदालतने इस पुलिस गार्ड को सज़ाए मौत सुनाई जिस ने पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर का क़तल किया था। याद रहे कि सलमान तासीर मुल्क में तौहीन रसालतऐ क़ानून में तरमीम के ख़ाहां थी। मलिक मुमताज़ अहमद कादरी ने एक रेस्तोराँ के बाहर सलमान तासीर को जारीया साल के अवाइल यानी 4 जनवरी को मौत के घाट उतार दिया था। हैरतअंगेज़ तौर पर जज परवेज़ अली शाह ने क़तल और दहश्तगर्दी में मुलव्वस कादरी को दो बार सज़ाए मौत सुनाई है। इस मुआमला की समाअत रावलपिंडी आडयाला जेल के बंद कमरा में की जा रही थी। सरकारी पी टी वी ने ये इत्तिला दी। यहां इस बात का तज़किरा ज़रूरी है कि कादरी ने तासीर के क़तल के जुर्म का इर्तिकाब करने के फ़ौरी बाद एतराफ़-ए-जुर्म करलिया है। आज की अहम समाअत के लिए आडयाला जेल में सैक्योरिटी के ख़ुसूसी इंतिज़ामात किए गए थी। जेल की जानिब जाने वाले तमाम रास्तों को अवाम और ख़ानगी गाड़ीयों के लिए बंद करदिया गया था और पुलिस की भारी जमईयत वहां ताय्युनात की गई थी। जेल के अंदर भी किसी नाख़ुशगवार वाक़िया की रोक थाम के लिए हाई अलर्ट का ऐलान किया गया था। दूसरी तरफ़ मुक़द्दमा की समाअत के दौरान कादरी के हज़ारों हामी कादरी के बयानरस और पोस्टर्स के साथ आडयाला जेल के बाहर नारेबाज़ी कररहे थी। यहां ये बात काबिल-ए-ज़िकर है कि कादरी ने एतराफ़-ए-जुर्म के बावजूद क़तल पर किसी शर्मिंदगी का इज़हार नहीं किया था। इस का कहना था कि सलमान तासीर एक मुर्तद थे जिन्हों ने तौहीन रसालतऐ क़ानून में तरमीम का मुतालिबा करते हुए हुज़ूर अकरम ई की शान में गुस्ताख़ी की थी।