सलाखों के पीछे ठग

अहमदाबाद। घी में मिलावट‌, आलू बांड और बकरी पालने जैसी पोंजी स्कीमों के बाद अब भगवान के नाम पर भी पोंजी स्कीम चलाने का मामला सामने आया है। गुजरात में खुद को हिंदू देवी का अवतार बताने वाले एक ठग ने ‘एक का तीन’ नाम से यह स्कीम चला रखी थी। मनीलांड्रिग कानून कि मुखालिफत‌ के इल्जाम‌ में अब इस ठग को सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।

अशोक जेरामभाई जडेजा नाम के इस ठग ने अब तक लोगो को करीब 25 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। दिल्ली ए वाके मनीलांड्रिंग रोकथाम अदालत ने अहमदाबाद जिले में मौजुद‌ जडेजा की सभी जाय‌दाद‌ जब्त करने का हुक्म‌ दिया है। जडेजा खुद को छारा समाज‌ के लोगों की आराध्य देवी वाहनवटी सिकोतार माता का अवतार बताता था। वह खुद को जयमादी-अशोकमादी के रूप में जाहिर‌ करता था। पुलिस ने वर्ष 2009 में उसके खिलाफ फर्जीवाड़े की रिपोर्ट दर्ज की थी।

तहकीक‌ में पाया गया कि जडेजा ‘एक का तीन’ नाम से एक फर्जी स्कीम चलाता है। वह दावा करता था कि देवी उस पर अहरबान‌ हैं और वह‌ छारा समाज‌ के लोगों को करोड़पति बनाना चाहती हैं। इसलिए जो भी शख्स‌ देवी को प्रसाद के रूप में धन चढ़ाएगा, उसे तीन दिन में तीन गुनी रकम वापस मिलेगी।
तहकिकी रिपोर्ट के मुताबिक देशभर से छारा समाज‌ के कई लोगों ने अपनी खुन पसीने कि कमाई और उधार ली गई रकम इस ठग को सौंपी। रकम सौंपने वाले लोगों की भीड़ बढ़ने पर जडेजा ने रकम लौटाने और तीन गुना करने का समय तीन दिन से बढ़ाकर पहले सात दिन और फिर 25 दिन कर दिया था।
जडेजा ने अब तक लोगों से 25 करोड़ 25 लाख 68 हजार रुपये की रकम ऐंठी है। इस रकम के जरिये उसने सोने-चांदी के जेवरात‌, वाहन और गैर मन्कुल जायदाद‌ खरीदी है। साथ ही उसने अपने और अपने खान्दान वालो के नाम पर खोले गए बैंक खातों में रकम जमा की है।

लोगों को जब अहसास हुआ कि उन्हें ठगा गया है तब उन्होंने जडेजा के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद उसके खिलाफ मनीलांड्रिंग का मामला दर्ज किया। ईडी कि रीपोर्ट‌ के मुताबिक इस फर्जी मामले में जडेजा की पत्नी और भाई भी शामिल थे। जडेजा के बैंक खाते और करीब 2.45 करोड़ रुपये की जायदाद‌ जब्त की गई हैं।