आइरिश हुकूमत के एक सीनीयर ओहदेदार ने हिंदूस्तानी डेंटिस्ट सविता हल्प्नावर की मौत की आम तहक़ीक़ात करवाए जाने के इमकानात को मुस्तर्द नहीं किया है। स्वेता अपना हमल गिर जाने के बाद साक़ित करवाना चाहती थी लेकिन डॉक्टर्स ने इसक़ात-ए-हमल का ऑप्रेशन करने से इनकार कर दिया था।
बच्चा की रहम मादर में मौत से सविता के जिस्म में ज़हर फैल गया था और वो फ़ौत हो गई थी। मिस्टर गिलमोर ने दरअसल क़ानूनी तक़ाज़ों की तकमील के लिए सविता की मौत की दूसरी बार तहक़ीक़ात किए जाने के ऐलान के बाद अपने ख़्यालात का इज़हार किया था।