हिंदुस्तानी क्रिकेट टीम के साबिक़ ओपनर वीरेंद्र सहवाग के केरियर पर सुबकदोशी के बादल मज़ीद गहरे होते जा रहे हैं|
खराब फ़ार्म की वजह से वो पहले ही हिंदुस्तानी टीम की नुमाइंदगी से एक अर्सा से महरूम है और टीम में वापसी के लिए उन्होंने राणजी सीज़न का रुख़ किया था ताकि खोया हुआ फ़ार्म हासिल करसके लेकिन घरेलू क्रिकेट की 13 इनिंगों में जारिहाना ओपनर ने सिर्फ़ 234 रन स्कोर किए हैं।
मौजूदा खराब फ़ार्म और बढ़ती उम्र जहां सहवाग केलिए मनफ़ी पहलू साबित होरहे हैं तो वहीं दूसरी जानिब उनके मुक़ाम पर टीम में शामिल किए गए नौजवान ओपनर शिखर धवन ने 2013 में शानदार मुज़ाहरा करने के इलावा साल में 5 वन्डे सेंचुरियाँ स्कोर करने का बेहतरीन रिकार्ड भी क़ायम किया है।
धवन के शानदार मुज़ाहिरों की वजह से भी सलेक्टरों ने सहवाग को मौक़ा देने का ज़हन नहीं बनाया है। अपने शानदार फ़ार्म के दौर में हरीफ़ बोलरों केलिए हालात तंग करने वाले सहवाग के मुताल्लिक़ सबकदोशी की पेश कियासियां इस लिए भी की जा रही है क्योंकि उनके अह्द के चंद अहम खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर, जुनूबी अफ़्रीक़ी ऑलराउंडर जैक केलिस और इंग्लिश स्पिनर गराइम स्वान ने हालिया दो माह के दौरान बैनुल-अक़वामी क्रिकेट को ख़ैरबाद कह दिया है।