सहाफ़ीयों की हिफ़ाज़त के लिए चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा की यक़ीन दहानी

चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा पृथ्वी राज चौहान ने सदर प्रेस कौंसल आफ़ इंडिया जस्टिस मर कंडे काटजू को एक मकतूब तहरीर करते हुए सहाफ़ीयों की हिफ़ाज़त के तईं उनकी हुकूमत के वायदे की यक़ीन दहानी की। महाराष्ट्रा में सहाफ़ीयों पर परतशद्दुद वाक़्यात पर सदर पी सी आई की तशवीश के जवाब में चीफ़ मिनिस्टर चौहान ने ये मकतूब तहरीर किया है।

मर कंडे काटजू के जारी कर्दा ब्यान में बताया गया कि हुकूमत महाराष्ट्रा सहाफ़ीयों की आज़ादी के लिए पाबंद है। बताया गया कि चीफ़ मिनिस्टर चौहान ने काटजू के ज़ेर-ए-बहिस लाए गए मुख़्तलिफ़ मौज़ूआत पर इज़हार-ए-ख़्याल किया है। क़ब्लअज़ीं जस्टिस काटजू ने सहाफ़ीयों की हिफ़ाज़त के तईं मुख़्तलिफ़ उमूर हुकूमत महाराष्ट्रा के इल्म में लाए थे।

जस्टिस काटजू ने मज़ीद बताया कि चीफ़ मिनिस्टर ने उन्हें तहरीर कर्दा मकतूब में कहा है कि हुकूमत महाराष्ट्रा सहाफ़त की आज़ादी के लिए तमाम तर इक़दामात बरुए कार लाएगी। जस्टिस काटजू ने उनके ब्यान में बताया कि वो चीफ़ मिनिस्टर महाराष्ट्रा के ख़िलाफ़ वजह नुमाई नोटिस से दसतबरदारी इख्तेयार कर रहे हैं ताहम उन्होंने तमाम रियास्ती हुकूमतों, मर्कज़ी ज़ेर‍ ए‍ इंतेज़ाम इलाक़ों को इंतेबाह दिया कि वो आज़ादी सहाफ़त की ख़िलाफ़वर्ज़ी का संजीदा नोट लें।

हालिया दिनों में सहाफ़ीयों पर होने वाले हमलों से तक़रीबन हर रियास्ती हुकूमत तशवीश में मुबतला है। सहाफ़ी मुख़्तलिफ़ तक़रीबात और ईवंटस के कवरेज के लिए कभी कभी अपनी जान भी ख़तरे में डाल कर फ़राइज़ की अंजाम दही करते हैं। लेकिन वही सहाफ़ी जब ये देखता है कि हुकूमत को इसके तहफ़्फ़ुज़ की कोई परवाह नहीं है, तो वो भी अपने फ़राइज़ की अंजाम दही में कोताही करने लगता है जो पेशा सहाफ़त से ग़ैर दियानतदारी के मुतरादिफ़ है।

अगर सहाफ़ी किसी भी ईवेंट की सही नुमाइंदगी करे तो क़ारईन को भी इसके बारे में सही और जामि मालूमात हासिल होती हैं। ब सूरत-ए-दीगर नाक़िस कवरेज से क़ारईन अख़बार पढ़ने के बावजूद मुतमइन नहीं होते।