सांप्रदायिक ताकतें हिंदू मुस्लिम विवाद पैदा कर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती हैं: मौलाना तौक़ीर रज़ा

बेल्लारी: उत्तरी कर्नाटक के शहर बेल्लारी में अज़मते मुस्तफ़ा व सदाए इत्तेहाद सम्मेलन का आयोजन किया गया। बेल्लारी में पहली बार विभिन्न संप्रदाय से जुड़े विद्वान और नेता ने एक मंच पर नजर आए और एकता का संदेश दिया।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह प्रदेश 18 के अनुसार बेल्लारी रंग मंदिर मैदान में अज़मते मुस्तफ़ा व सदाए इत्तेहाद सम्मेलन में उत्तर भारत के प्रमुख धर्मगुरू मौलाना तौक़ीर रज़ा खान मुख्य अतिथि के तौर पर शरीक हुए।

इस मौके पर मौलाना तौक़ीर रज़ा खान ने कहा कि देश में कुछ सांप्रदायिक ताकतें हिंदू और मुसलमानों के बीच और मुसलमान और मुसलमानों के बीच धर्म व संप्रदाय के नाम पर विवाद पैदा कर राजनीतिक लाभ उठाना चाहती हैं। ऐसे में मुसलमानों को चाहिए कि आपस में एकजुट रहें और देशवासियों के साथ मधुर संबंध पैदा करें। इस अवसर पर नासिर अहमद ने कहा कि सांप्रदायिक लोगों के खिलाफ केवल मुसलमान ही नहीं बल्कि धर्मनिरपेक्ष हिंदू भी खड़े हैं।

इस अवसर पर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे बेल्लारी शहर काजी मौलाना गुलाम गौस सिद्दीकी ने कहा कि आपस में मुसलमानों के बीच चाहे जितने भी मतभेद हैं, वे अपनी जगह है, लेकिन कलिमा के आधार पर हमें एक हो जाना चाहिए।

सदाए इत्तेहाद अभियान के अधयक्ष आईएएस अधिकारी ज़मीर पाशा ने कहा कि हम सब बनी आदम के औलाद हैं। न केवल मुसलमान बल्कि हिंदू और मुसलमान भी आपस में मिलजुल कर रहें। इसी सिलसिले में सदाए इत्तेहाद की यह अभियान पूरे देश में चलाया जा रहा है।