असम के सांसद बदरुद्दीन अजमल से एक करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में सपा के पूर्व विधायक माविया अली को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया। सांसद की देवबंद में करीब छह करोड़ की जमीन है, जिसे बेचने के लिए माविया अली को जिम्मा सौंपा गया था। आरोप है कि इसी बीच सांसद और माविया अली के बीच कुछ बात हुई, जिसे रिकॉर्ड कर पूर्व विधायक सांसद को ब्लैकमेल कर रहे थे। पूर्व विधायक की गिरफ्तारी से सियासी गलियारों में खलबली मची हुई है।
असम के धुबरी लोकसभा से आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के सांसद बदरुद्दीन अजमल देवबंद स्थित दारुल उलूम की शूरा के सदस्य हैं। साथ ही वह असम जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष भी हैं। सांसद ने देवबंद में अस्पताल बनाने के लिए करीब नौ बीघा जमीन खरीदी। लेकिन बाद में तय हुआ कि खरीदी हुई जमीन की बजाय दूसरे स्थान पर अस्पताल का निर्माण कराया जाए।
दिल्ली के साउथ ऐवेन्यू थाने में सांसद के एकाउंट मैनेजर जमाल अख्तर खान द्वारा 19 अगस्त को दर्ज कराए मुकदमे के मुताबिक देवबंद के शकील अहमद के जरिए माविया अली सांसद से मिले। उन्होंने जमीन बेचने की बात कही। सांसद ने छह करोड़ जमीन के मांगे। इसके बाद माविया अली चार बार साउथ एवेन्यू स्थित सरकारी आवास पर जाकर सांसद बदरुद्दीन अजमल से मिले। सांसद ने जमीन का रुपया डिमांड ड्राफ्ट से देने की बात कही। आरोप है कि माविया अली ने पैसा हवाला के जरिए देने को कहा। सांसद ने इसके लिए इंकार कर दिया।
आरोप है कि 24 जुलाई से माविया अली का व्यवहार एकदम बदल गया। उन्होंने धमकी दी कि उनके पास सांसद की छह रिकॉर्डिंग हैं। यदि वह असम की मीडिया में जारी कर दी जाएंगी तो तूफान आ जाएगा। रिकॉर्डिंग के बदले माविया अली ने सांसद से एक करोड़ की मांग की। 19 अगस्त को माविया अली ने सांसद के मैनेजर जमाल अख्तर से कहा कि वह दिल्ली स्थित एक होटल में ठहरा है। वह एक करोड़ रुपये लेकर होटल आ जाए।
उधर, सांसद के एकाउंट मैनेजर जमाल अख्तर ने थाना साउथ एवेन्यू में माविया अली को नामजद करते हुए धारा 384 के तहत मुकदमा कायम करा दिया। इसके बाद पुलिस ने होटल में दबिश दी और पूर्व विधायक माविया अली को गिरफ्तार कर पटियाला कोर्ट में पेश किया, जहां से अदालत ने उन्हें जेल भेज दिया।