साइंस और तालीम के फ़रोग़ के मज़ीद फंड्स ज़रूरी

बैंगलौर 10 अक्टूबर्: भारत रतन प्रोफेसर सी एन आर राव‌ ने इस बात की ज़रूरत पर-ज़ोर दिया हैके मुल्क में अगर सही मानों में तरक़्क़ी करनी है तो तालीम और साइंस की तरक़्क़ी के लिए फ़ंडज़ मुहय्या किए जाने चाहिए।

यहां एक तक़रीब से अपने ख़िताब के दौरान उन्होंने ये बात कही।उन्होंने कहा कि सिर्फ साईंस और दुसरे उमूर की तरफ तवज्जा देने से ही मुल्क की तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाया जा सकता है वगरना मुल्क हर लिहाज़ से पीछे रह जाएगा।

उन्होंने कहा कि मुल्क में तालीम ही वो वाहिद हथियार है जिससे मुल्क दुनिया के तरक़्क़ी याफताह ममालिक की फ़हरिस्त में अपना नाम दर्ज करवा सकता है।

उन्होंने ये कह कर नौजवानों को मश्ववेरह दिया कि हम उस वक़्त साईंसदाँ बने थे जब हमें सिवाए किताबों के और किसी किस्म की कोई सहूलत नहीं थी अब मीडीया और इंटरनेट के अलावा हर किस्म की सहूलतें तलबा को मयस्सर हैं और उन्हें चाहिए कि वो साइंस को समझ कर पढ़ें और अपनी इख़तिराई ज़हनीयत को आगे बढ़ाईं और इस में कुछ नया करने की सोचें।

मयारी तालीम आज वक़्त की अहम ज़रूरत है इस ख़्याल के इज़हार के साथ ही राव‌ ने कहा कि मुल्क में हर जा तालीमी इदारे खुल रहे हैं इन में इबतिदाई तालीम से लेकर आला तालीम तक सब कुछ मौजूद है मगर मयार तालीम इस क़दर घटता क्युं जा रहा है?तालीमी इदारों की तादाद इतनी अहम नहीं है जितनी कि मयारी तालीम की एहमीयत है।