नई दिल्ली: माजवादी पार्टी में सुलह की जारी कोशिशों के बीच चुनाव चिह्न साइकिल किसकी होगी, इसका फैसला आज होना है. अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के खेमे के साइकिल पर बारी-बारी से दावा करने के बाद चुनाव आयोग आज फैसला करेगा.
हिंदुस्तान के अनुसार, सपा में जारी संकट के बीच सबसे पहले मुलायम सिंह यादव और फिर अखिलेश खेमा ने चुनाव आयोग में चुनाव चिह्न पर दावा ठोका था. मुलायाम ने कहा है कि पार्टी उन्होंने बनाई है इसलिए पहला हक उनका है.
अखिलेश खेमे के रामगोपाल यादव ने 6 जनवरी को सीएम अखिलेश के समर्थक नेताओं की सूची सौंपी थी. उन्होंने बताया था कि 229 में से 212 विधायकों, 68 में से 56 विधान परिषद सदस्यों और 24 में से 15 सांसदों ने अखिलेश को समर्थन देने वाले शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. उनहोंने कहा था कि अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली पार्टी ही असली समाजवादी पार्टी है. चुनाव चिह्न साइकिल इसी खेमे को मिलनी चाहिए.
आप को बता दें कि चुनाव चिह्न साइकिल पर दावेदारी के लिए मुलायम और अखिलेश खेमा चुनाव आयोग के कार्यालय गया था, जिस पर आयोग ने दोनों खेमों को 9 जनवरी तक समर्थक विधायकों की सूची शपथ पत्र के माध्यम से जमा कराने को कहा था. इसके बाद फैसले के लिए आज का दिन तय किया गया.