साइबराबाद में ऐनक नुमा कैमरों का इस्तेमाल

हैदराबाद 11 जून: शहरे हैदराबाद में दो साल पहले ट्रैफ़िक ओहदेदारों के लिए खु़फ़ीया कैमरों (जोकि शर्ट के अंदर निसब किए जाते हैं सरबराह किए जाने के बाद साइबराबाद ट्रैफ़िक पुलिस ने मुल्क में पहली मर्तबा आँखों पर निसब कैमरों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। पुलिस कमिशनर साइबराबाद सी वी आनंद ने ट्रैफ़िक पुलिस के लिए ऐनक पर निसब करदा कैमरों की तक़सीम अमल में लाई।

जिसके ज़रीये मोटर साइकिल रानों पर हरकात-ओ-सकनात की खु़फ़ीया रिकार्डिंग की जा सकती है और ट्रैफ़िक क़वाइद की ख़िलाफ़वरज़ी पर ठोस सबूत दस्तयाब हो जाएगीगा। ये कैमरा बतौर गूगल (ऐनक) पहना जाएगा। जिसके ज़रीये ट्रैफ़िक ओहदेदार राहगीरों पर नज़र रखेंगे। पुलिस ने बताया कि पहली मर्तबा पुलिस फ़ोर्स डयूटी अंजाम देते वक़्त ऐनक नुमा कैमरों का इस्तेमाल करेगी। जिसमें 21 घंटों तक आडीयो और वेडियों रिकार्ड की सलाहीयत होगी।

साइबराबाद के हुदूद में ट्रैफ़िक पुलिस के लिए 25 खूफिया कैमरे सरबराह किए गए थे जो के जिस्म पर ग़ैर महसूस तरीके से लागाये जाते हैं। ट्रैफ़िक पुलिस मोबाईल फोन्स और डीजीटल कैमरों से क़ानून शकनज अफ़राद की तसावीर लेती हैं जिसके बाइस मोटर साइकिल रानों और आटो ड्राईवरस परेशान होजाते हैं।