“साइबर अपराधो को ख़तम करने के लिए पुलिस को होना पडेगा सतर्क”

मुम्बई उच्च न्यायलय ने आज कहा की साइबर अपराध और आपत्ति जनक चीज़े दिखने वाली वेबसाइटे समाज के लिए खतरा है और इन सब से निपटने के लिए पुलिस को सतर्क होना पडेगा।

मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर और जी एस कुलकर्णी की खंडपीठ, अली अहमद सिद्दिक्वि द्वारा दायर की गयी एक जनहित याचिका को सुन रहे थे जिसमे अली ने ऐसी सभी ऑनलाइन वेबसाइटो पर कायवाही करने की मांग की थी जो एस्कॉर्ट सेवाओ की आड़ में सेक्स रैकेट चला रही है ।

पीठ को सरकारी अभियोजक ‘पूर्णिमा कंथारिया’ ने बताया की पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने अपनी छानबीन के बाद २०० से अधिक ऐसी वेबसाइटों को ब्लॉक कर दिया है ।

उच्च न्यायलय ने कहा की यह सराहनीय कार्य है, परंतु पुलिस को और सजग होना पडेगा ।

“साइबर अपराध और ऐसी वेबसाइटे हमारे समाज के लिए खतरनाक है । पुलिस को किसी की शिकायत या न्यायलय के आदेशो का इंतज़ार नहीं करना परंतु सजक रहना चाहिए ” मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर ने कहा।