साइबर कैफे की शह में चल रहा था सेक्स रैकेट

साइबर कैफे की आड़ में सेक्स रैकेट चल रहा था। इसका खुलासा उस वक़्त हुआ जब पुलिस की टीम ने बेली रोड और जगदेव सड़क से सटे केशव पैलेस और उत्तम पैलेस वाक़ेय मां शारदे साइबर कैफे की तीन दुकानों में रेड डाली। हालांकि पुलिस की भनक पा कर तीनों दुकानों से लड़के-लड़कियां निकल भागे। लेकिन पुलिस ने साइबर कैफे चलाने वाले रामानुज प्रसाद को पकड़ लिया।

इस दौरान कैफे के अंदर से काफी तादाद में यूज किये गये कंडोम, गाहक रजिस्टर और दीगर कागजात बरामद किये गये हैं। पूछताछ के दौरान रामानुज प्रसाद ने खुद को पंजाब कैडर के एक आइएएस का भाई बताते हुए पुलिस को डराने की कोशिश भी किया। पुलिस इस मामले की तसदीक़ करने में लगी है। सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार ने बताया कि गिरफ्तार साइबर कैफे चलाने वाला रामानुज प्रसाद के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत सनाह दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि साइबर कैफे की आड़ में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था।

खाने-पीने की भी रहती थी इंतेजाम

केशव पैलेस के मां शारदे साइबर कैफे से ही उत्तम प्लेस वाक़ेय दो दुकानों में सेक्स रैकेट को चलाया जाता था। कोई भी सख्स या लड़की पहले केशव पैलेस पहुंचता और वहां फर्जी नाम और पते की इंट्री कर एक घंटे की तय कीमत चुकाने के बाद उन्हें उत्तम पैलेस वाक़ेय दुकान के अंदर बने केबिन में पहुंचा दिया जाता था।

बने थे केबिन और लगी थी बेड

हर दुकान में केबिन बना था और उसमें बेड लगे थे। किसी-किसी केबिन में सिर्फ खराब मॉनीटर रखे हुए थे। हल्की रोशनी की इंतेजाम हर केबिन में थी। गाहकों की सहूलत के लिए दो दुकानों में कैफ़ चलाने वाला अपने बैठने तक की जगह भी नहीं बनायी थी। डीएसपी मनीष कुमार की कियादत में शास्त्री नगर थाना इंचार्ज विधा भूषण की टीम जैसे ही केशव पैलेस पहुंची वैसे ही कैफ़ चलाने वाला रामानुज प्रसाद ने इत्तिला दे दी। जानकारी मिलते ही सभी फरार हो गये।