सऊदी अरब के एक ओहदेदार ने कहा कि मुलक के तेल के कुवो वाले अहम मुक़ाम और बड़े ताजिर आरामकू पर साइबर हमले करने और कतरी क़ुदरती ग़ियास पैदा करने वाले ग्रुप पर भी साइबर हमले करने वाले बैरूनी अफ़राद हैं ।
वज़ारत-ए-दाख़िला के तर्जुमान मेजर जनरल मंसूर अलतरकी ने कहा कि तहक़ीक़ात से पता चलता है कि एक मुनज़्ज़म बैरूनी ग्रुप इन साइबर हमलों में मलूस है ।
आरामकू के मुलाज़मीन मुलव्वस नहीं है । उन्हों ने इस ग्रुप का नाम नहीं लिया । ये साइबर हमला एक वाइरस को इस्तेमाल करते हुए किया गया है ।