नई दिल्ली: नामवर साईंसदाँ संजीव गालानंद को बावक़ार जी डी बिरला ऐवार्ड 2014 के लिए मुंतख़ब करलिया गया है, क्योंकि उन्होंने शोबा ए पी जेनेटिक्स और सालमाती ख़लीया की हयातयात के शोबा में नुमायां कारनामे अंजाम दिए हैं। गालानंद इंडियन इंस्टीटियूट आफ़ साईंस एजूकेशन ऐंड रिसर्च पुणे के प्रोफ़ैसर हैं और बड़े पैमाने पर जीनोमिक्स और मुताल्लिक़ा शोबों में उनके काम के लिए एहतेराम की नज़र से देखे जाते हैं।
ये ऐवार्ड के के बिरला फडणवीस ने 1991 में क़ायम किया था। जी डी बिरला ऐवार्ड हर साल साईंसी तहक़ीक़ और नुमायां काम जो हिन्दुस्तानी साईंसदानों ने किया हो, और जो हिन्दुस्तान में बरसर-ए-कार हूँ, दिया जाता है। ये ऐवार्ड ढाई लाख रुपये नक़द रक़म पर मुश्तमिल है। गालानद 20 सितंबर 1967 को पैदा हुए और इंडियन इंस्टीटियूट आफ़ साईंस बैंगलौर से 1996 में बायो कैमिस्ट्री में पी एचडी किया। बादअज़ां वो लौरंस बर्कले नेशनल लेबारेटरी अमरीका में मुलाज़िम होगए।