साईंस-ओ-तहक़ीक़ को फ़रोग़ देने ज़्यादा से ज़्यादा फ़ंड ज़रूरी

नई दिल्ली

मुमताज़ साईंसदाँ और साबिक़ सदर जम्हूरीया डाँक्टर ए पी जे अब्दुलकलाम ने आज कहा कि हुकूमत को चाहिए कि वो साईंस-ओ-तहक़ीक़ को फ़रोग़ देने केलिए ज़्यादा से ज़्यादा फंड्स मुख़तस करे। मुल्क में रिसर्च ऐंड डेवलप्मेंट‌ पर बहुत काम करना बाक़ी है। उन्होंने कहा कि हुकूमत की जानिब से फंड्स अलॉट करने से रिसर्च ऐंड डेवलप्मेंट‌ को मुस्तहकम बनाया जा सकता है।

इस के अलावा डाक्टर अब्दुलकलाम ने कहा कि हिन्दुस्तान 2020तक सिर्फ़ उस वक़्त ही एक तरक़्क़ी याफ़ता मुल्क बन सकता है अगर उसकी सालाना पीदवा वार 2020 तक 9 फ़ीसद के निशाने को उबूर करले। मुल्क में मआशी पैदावार की शरह कम अज़ कम 9 फ़ीसद होनी चाहिए।

अगर हम इस 9 फ़ीसद शरह को हासिल करने की कोशिश बरक़रार रखें तो आइन्दा 5 साल में 2020 तक मुल्क मुस्तहकम होगा। इस मुल्क में 600 मीलियन नौजवानों की आबादी तरक़्क़ी की ज़ामिन होगी। हम को तेज़ और ज़हीन नौजवानों को बढ़ावा देने की भी ज़रूरत है।

किसान और आई टी शोबा बहुत अच्छा काम अंजाम दे रहे हैं। इस पस-ए-मंज़र के साथ इमकान है कि हिन्दुस्तान साल 2020तक तरक़्क़ी याफ़ता मुल्क बन को बाइख़तियार बनाया जाये तो 2020 तक अंदरून-ए-मुल्क पैदावार का फ़ीसद मौजूदा 16 फ़ीसद से बढ़ कर 25 तक पहुंच जाएगा।