जदयू लीडर शरद यादव एक बार फिर ख़्वातीन पर अपने तब्सिरे और नज़रिये को लेकर मुतनाज़े में हैं। जुमे के रोज़ राज्य सभा में बीमा बिल पर चर्चा के दौरान शरद यादव ने अचानक ही साऊथ ( जुनूबी) की ख्वातीन की चर्चा छेड दी। शरद यादव ने कहा कि साउथ की ख़्वातीन सांवली तो होती हैं, लेकिन उनकी बॉडी खूबसूरत होती है। उन्होंने बीमा सेक्टर में गैरमुल्की सरमायाकारी 26 से 49 फीसदी करने की तजवीज को गोरी चमड़ी को लेकर हिंदुस्तानियों की सनक से जोड दिया। यादव जब यह तब्सिरा कर रहे थे, तो ज़्यादातर एमपी एहतिजाज जताने के बजाय हंस रहे थे।
यादव ने अपने तब्सिरे को यह कहते हुए बचाव किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। यादव ने कहा कि हिंदुस्तानी गोरी चमडी के आगे किस तरह सरेंडर करते हैं यह निर्भया डॉक्युमेंट्री बनाने वाली लेस्ली उडविन से पता चलता है। यहां तो सफेद चमडी वालों को तो देखकर आदमी दंग रह जाता है।
मेट्रीमोनियल देखो तो उसमें लिखा है कि गोरी चमडी चाहिए। अरे आपका भगवान सांवला था। उन्होंने आगे कहा, तिहाड जेल में डॉक्युमेंट्री बनाने वाली उडविन जहां-जहां घुसी होगी, जो मन में आया होगा वह उसने किया होगा।
पूरा मुल्क भी सरेंडर है और हर एक आदमी यहां मेट्रोमोनियल देखें तो गोरी-गोरी ढूंढ रहा है। इसके बाद वह जुनूबी हिंदुस्तानी क्ह्.वातीन की चर्चा करने लगे। उन्होंने कहा, साउथ की ख्वातीन ज्यादा खूबसूरत होती है, जितना ज्यादा उसका बॉडी… जो पूरा देखने में… यानी इतना हमारे यहां नहीं होती है… वह डांस जानती हैं…।
शरद यादव की इस तब्सिरे पर जहां ज़्यादातर एमपी ठहाके लगा रहे थे, वहीं सिर्फ एक ख़ातून के एहतिजाज की आवाज भी सुनी गई।