साजिश के तहत नाम हटाये जा रहे

रांची 28 मई : असेंबली के सदर सीपी सिंह ने जिला इंतेजामिया की तरफ से वोटर फेहरिस्त से नाम हटाये जाने के तरीके पर सवाल उठाया है। इसे एक बड़ी साजिश करार दिया है। पीर के दिन अपने कांके रोड वाक़ेय रिहायिसगाह पर सहफियों को वोटर लिस्ट से गलत तरीके से नाम हटाये जाने के कई साबुत दिये। उन्होंने बताया कि असेंबली का एक ड्राइवर भजन लहरी उनके साथ है।

वह गुजिस्ता कई सालो से एक मुकाम पर रह रहा है। 2009 में वोटर लिस्ट में उसका नाम था। हाल में जारी वोटर लिस्ट में उसकी बीवी, बेटा और बेटी का नाम है। भजन लहरी का नाम कैसे गायब हो गया। उसके पास वोटर शिनाख्ती कार्ड भी है। 2009 की फेहरिस्त में उसका फोटो के साथ नाम वोटर लिस्ट में है। भाग तादाद 272 में राम सिंह और उनकी बीवी उषा देवी का नाम साल 2009 में था। उनका रिहायिस अभी तक वहीं है। मौजूदा फेहरिस्त से दोनों का नाम हटा दिया गया है। जबकि दोनों के पास वोटर आइडी भी है।

बूथ 28 के बीएलओ की हो गयी है मौत : मिस्टर सिंह ने सहफियों को बताया कि रांची असेंबली इलाके के बूथ तादाद 28 के बीएलओ की मौत हो गयी है। यहां अब तक नये बीएलओ की तक़र्रुरी नहीं हुई है। बूथ तादाद 27 के बीएलओ कई दिनों से छुट्टी पर हैं। इनके जगह पर किसी को चार्ज नहीं दिया गया है। इनको अवाम खोज रही है। ऐसे में कैसे वोटर लिस्ट में सुधार होगा।

एक साजिश, इलेक्शन कमीशन से करेंगे शिकायत

मिस्टर सिंह ने कहा वोटर लिस्ट से नाम हटाये जाने को एक साजिश बताया। रांची असेंबली में पहले 86 हजार नाम हटाया जा चुका है। अभी 50 हजार नाम हटाये जाने की बात है। यह एक साजिश के तहत हो रहा है। इसकी शिकायत भारत सरकार के इलेक्शन कमीशन से करेंगे। उनको साबुत भी देंगे। मुलजिम ओहदेदारों को इलेक्शन से अलग रखने की तलब भी करेंगे। उन्होंने कहा कि 2009 में रांची जिले में तीन लाख 57 हजार वोटर थे। आबादी बढ़ने के बावजूद यह घट कर दो लाख 97 हजार हो गया है। इसे दो लाख 30 हजार करने की मंसूबा है।