सात साल के बच्चे को इंतेहापसंदो ने सात गोलियां मारी

असम के कोकराझार और सोनितपुर में बोडो इंतेहापसंदो ने किस बेरहमी से बच्चों और ख्वातीन पर गोलियां बरसाई, इसका सुबूत है सात साल का कालू तोदु। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल में शरीक हुए तोदू के जिस्म पर बोडो इंतेहापसंदो ने सात गोलियां मारी। उसके चेहरे, कोहनी, कमर, हाथ पर गोली मारी गई। तोदू कोकराझार जिले के पाकड़ीगुड़ी गांव में अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था तब उसकी मां को गोली मारी गई।

तोदू के वालिद सोम ने बताया कि,”उसकी बीवी की अस्पताल ले जाते वक्त जुमेरात को मौत हो गई। इंतेहापसंदो ने जब उसे गोली मारी तब वह घास सूखा रही थी। मेरे बाकी बच्चे घर पर है और मुझे तोदू के इलाज के लिए यहां आना पड़ा।” वहीं एक दूसरी ज़ख्मी हुई रानी बसुमतारी ने बताया कि उस पर छुरे से हमला किया गया। उस वक्त उसके शौहर लकडियां इकट्ठा करने जंगल गए हुए थे। उन्होंने हमारे घर जला दिए। हमारा सब कुछ लुट गया।

सोनितपुर जिले के मोंटू की भाभी को चेहरे पर गोली मारी गई। इस वाकिया में उसने अपनी मां और छोटे भाई को खो दिया। हम ईसाई हैं और क्रिसमस के दिन हमें आखिरी रसूमात करना पड़ रहा है। मेरे भाई को एक इंतेहापसंद ने गांव घूमाने के बहाने ले जाकर पीठ में गोली मार दी। गौरतलब है कि इंतेहापसंदो की ओर से कोकराझार और सोनितपुर जिले किए गए इस हमले में तकरीबन 75 लोग मारे गए, इसमें ख्वातीन और बच्चों की तादाद ज्यादा है।