साधु के वेश में घूम रहे हैं ठग

पटना : घर में ख़वातीन को अकेला पा कर उसके गहने या रुपयों को दोगुना करने का लालच देकर माल उड़ानेवाले नट गिरोह के चार मेंबरों को दीघा पुलिस ने पकड़ा है। इनके पास से गहने, अंगूठी, माला, ताबीज वगैरह बरामद किये गये हैं। पकड़े गये जालसाजों में धर्मेद्र नट, विकास कुमार उर्फ नेता, छोटू नट व सर्विस नट शामिल हैं। ये चारों असल तौर से जहानाबाद के काको के नदियांवा गांव के रहनेवाले हैं। पटना में ये लोग जगह बदल-बदल कर रहते हैं और वारदात को अंजाम देने के बाद जहानाबाद लौटे जाते हैं। दीघा थाना सदर कामख्या नारायण सिंह ने इनकी गिरफ्तारी की तसदीक़ की है।

बुध को गिरोह के लोग दीघा के गेट नंबर 93 के राजन पथ में वाकेय तेतरी देवी के घर पर पहुंचे। उसके शौहर गोपाल चौधरी घर पर नहीं थे। तेतरी देवी इनके झांसे में आ गयी। उसने अपने गहने उतार कर दोगुना करने के लालच में जालसाजों को दे दिये। इन लोगों ने सारे गहने को एक पोटली में बांध दिया और आंख बंद करने को कहा। उसने आंखें बंद कीं, तो ठगों ने गहने निकाल लिये। फिर बताया कि वह उसे शाम में खोले, उसके गहने दोगुने हो जायेंगे। लेकिन, खातून को शक हुआ और पोटली खोल ली, जिससे मामले का खुलासा हुआ।

नट गिरोह के मेम्बर बाबा के वेश में रहते हैं और ख़वातीन को निशाना बनाते हैं। गिरोह के मेम्बर वैसे वक़्त में निकलते हैं, जब घर पर सिर्फ ख़वातीन व बच्चे होते हैं। ये लोग किसी के दरवाजे पर खड़ा हो जाते हैं और भीख मांगते हैं। इस दौरान वे ख़वातीन को अपनी बातों में फंसा कर गहने या पैसे को दोगुना करने का झांसा देते हैं।

जालसाजों ने खातून तेतरी देवी को पोटली लौटाने के साथ ही नसीहत भी दी कि अगर वक़्त से पहले उसे खोला, तो उसके बच्चे मर जायेंगे। हालांकि तेतरी ने हिम्मत कर पोटली खोली, तो उसमें कुछ नहीं था। इसके बाद वह हल्ला करने लगी, तो लोग जुटने लगे और चारों वहां से भागने लगे। इसी दरमियान उस इलाके में गश्त कर हरी पुलिस टीम हल्ला सुन कर पहुंची और चारों को खदेड़ कर पकड़ लिया गया।