साधू संतों का किरदार साफ़ होना चाहिए: गहलोत‌

वज़ीर-ए-आला राजिस्थान अशोक गहलोत‌ ने कहा कि मुतनाज़ा गुरु आसाराम बापू के ख़िलाफ़ आइद किए गए इस्मत रेजी के इल्ज़ाम की जोधपुर पुलिस कमिशनर की जानिब से तहक़ीक़ात होगी और इसके बाद भी जो भी हक़ायक़ मंज़र-ए-आम पर आयेंगे, उसके मुताबिक़ सज़ा तजवीज़ की जाएगी।

शमसी वर्कशॉप में शिरकत के बाद मीडिया नुमाइंदों से बात करते हुए गहलोत‌ ने कहा कि गुजिश्ता रात‌ उन्होंने जोधपुर पुलिस कमिशनर से बातचीत की और हिदायत की कि वो इस मुआमले की हर ज़ावीया से तहक़ीक़ात करें और हक़ायक़ की बुनियाद पर ख़ाती या ख़ातियों के ख़िलाफ़ सज़ा तजवीज़ करें।

याद रहे कि दिल्ली पुलिस ने एक 18 साला लड़की की शिकायत पर आसाराम बापू के ख़िलाफ़ एक मुआमला दर्ज किया है। लड़की ने कहा है कि जोधपुर आश्रम में आसाराम बापू ने उसके साथ जिन्सी ज़्यादती की। गहलोत‌ ने मज़ीद कहा कि जोधपुर पुलिस ने मुक़ाम वारदात का भी मुआइना किया।

बहरहाल किसी भी शख़्स पर इल्ज़ाम आइद करना आसान है लेकिन अगर कोई क़सूरवार है तो उसको सज़ा ज़रूर मिलनी चाहिए। जब तक इस मुआमला की तहक़ीक़ात मुकम्मल नहीं होजाती में इस पर कोई तबसरा करना नहीं चाहता। जोधपुर पुलिस कमिशनर और पुलिस सुपरिटेंडेन्ट इस केस के निगरान हैं लिहाज़ा तहक़ीक़ात की तकमील होजाने दीजिए।

अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि साधू, संतों और ऐसी शख़्सियात जो मुख़्तलिफ़ मज़ाहिब के मुबल्लग़ीन में शुमार किए जाते हैं उन्हें अपने किरदार को साफ़ सुथरा रखना चाहिए ताकि उनके मानने वाले भी उन की तक़लीद करें।