साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का विवादित बयान, कहा-’गोडसे देशभक्त थे, हैं और रहेंगे’

महात्‍मा गांधी के हत्‍यारे नाथूराम गोडसे को भोपाल संसदीय सीट से BJP उम्‍मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने ‘देशभक्‍त’ बताया है. उन्‍होंने आगर मालवा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा, “नाथूराम गोडसे देशभक्‍त थे, हैं और रहेंगे. उनको आतंकवादी कहने वाले लोग स्‍वयं के गिरेबान में झांककर देखें. अबकी चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा.” गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की थी. प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान से बीजेपी ने खुद को अलग कर लिया है. पार्टी ने प्रज्ञा ठाकुर से इस बयान के लिए माफी मांगने को कहा है.

प्रज्ञा ठाकुर वर्ष 2008 के मालेगांव बम धमाके में आरोपी है जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी. चार्जशीट के अनुसार धमाके में जिस मोटरसाइकिल का इस्तेमाल किया गया था वह साध्वी प्रज्ञा की थी. भोपाल लोकसभा सीट पर उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्विजय सिंह से है.

गोडसे का नाम चर्चा में इसलिए है क्‍योंकि मक्कल नीधि मैयम अध्‍यक्ष कमल हासन ने हाल ही में उन्‍हें कथित रूप से ‘पहला हिंदू आतंकी’ करार दिया था. तमिलनाडु के अरावाकुरिची विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अपनी पार्टी के उम्मीदवार के प्रचार के लिए आयोजित चुनावी रैली में हासन ने कथित तौर पर कहा था, “मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा हूं कि यहां ज्यादा मुस्लिम हैं. फिर कहता हूं कि भारत की आजादी के बाद पहला आतंकवादी हिंदू था. उसका नाम नाथूराम गोडसे है.”

हासन के बयान पर तमिलनाडु बीजेपी के अध्‍यक्ष तमिलिसाई सौंदरराजन ने ट्वीट कर कहा था कि अब गांधी की हत्या को याद करना और उसे हिंदू आतंकवाद का नाम देना निंदनीय है. तमिलनाडु के दूध व डेयरी विकास मंत्री के.टी. राजेंद्र बालाजी ने कहा था कि हासन की जीभ काट देनी चाहिए, क्योंकि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता.