नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में पकडे गए दहशतगर्द कासिम ने हिंदुओं के खिलाफ जो बयान दिया है उसे लेकर तमाम हिंदू तंज़ीम में काफी उबाल है। इन तंज़ीमों के लीडर एक सुर में कासिम को जल्द से जल्द फांसी देने की मांग कर रहे हैं। वहीं, बीजेपी लीडर साध्वी प्राची ने तो मुल्क के पार्लियामेंट को नीचा दिखाने वाला बयान दिया है। प्राची ने कहा है कि मुल्क की बदनसीबी है कि मुल्क के पार्लियामेंट में 1-2 दहशतगर्द बैठे हुए हैं।
प्राची ने ये बात तब कही जब वह जिंदा पकडे गए पाकिस्तानी दहशतगर्द नवेद उर्फ कासिम को लेकर अपनी बात रख रही थीं। इसके साथ ही नवेद उर्फ कासिम खान को लेकर प्राची ने कहा कि वह हुकूमत ए हिंद से गुजारिश करते हैं कि सरकार पूछताछ के बाद जिंदा दहशतगर्द नावेद को हिंदू तंज़ीम को सौंप दे।
प्राची ने कहा, एक दहशतगर्द को पकडा गया है। मरकज़ी हुकूमत से मेरी गुजारिश है कि जो पूछताछ करनी है कर ले, उसके बाद इस दहशतगर्द को हिंदू तंज़ीमो को सौंप दे। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब साध्वी प्राची ने ऐसा बेतुका बयान दी है। इससे पहले भी वह कई बार ऐसे ही तीखे और काबिल ऐतराज़ बयान दे चुकी हैं।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा के सदर कमलेश तिवारी का कहना है कि कासिम को एक महीने के अंदर सजा देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह हिंदुस्तान में यहां की जनता को मारने आया था। ऐसे में उसे जनता के पैसे पर सालों जिंदा न रखा जाए, बल्कि जल्द से जल्द फंदे पर लटकाया जाए।
गोरखपुर के बीजेपी एमपी आदित्यनाथ ने भी कासिम को लेकर सरकार का रूख सख्त रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, कासिम के मामले को सरकार कसाब-मेमन की तरह न खींचे।
उसे कसाब की तरह जेल में बिरयानी न खिलाई जाए। उसका केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए और फांसी की सजा दी जाए। वहीं, आदित्यनाथ ने कहा, कासिम हिंदुस्तान में हिंदुओं की पूजा करने नहीं आया है।
हिंदुस्तान में अदलिया का इंतेज़ाम है। ऐसे में उसका भी जल्द से जल्द कसाब और याकूब मेमन जैसा हाल होना चाहिए।