सानिया मिर्ज़ा को खेल रत्‍न देने पर आडवाणी ने हुकूमत को कोसा

नई दिल्‍ली: सानिया मिर्ज़ा को मुल्क के बेहतरीन खेल एवार्ड ‘खेल रत्‍न’ से नवाज़े जाने पर दिग्‍गज क्‍यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने हुकूमत पर इम्तियाज़ी सुलूक बरतने के इल्ज़ाम लगाए हैं. पंकज का मानना है इस एवार्ड के लिए टीम इवेंट को कम तवज्‍जो दी जाती है.

पंकज ने कहा‍ इस इनाम के लिए Competitive टीम को कम तवज्‍जो दी जाती है और हुकूमत ने सानिया मिर्जा को खेल रत्‍न के एवार्ड से नवाजा क्‍योंकि वह खातून डबल्‍स रैंकिंग में टाप पर पहुंची हैं.

उन्‍होंने आगे कहा कि वहीं, कई बार नैश्नल चैंपियन और 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप की Gold medalist विद्या पिल्‍लई ने अर्जुन अवॉर्ड के लिए दरखास्त दिया था, लेकिन उनकी कामयाबी पर किसी ने ध्‍यान भी नहीं दिया.

13 बार के वर्ल्ड बिलियर्ड्स और स्‍नूकर चैंपियन ने सरकार से सवाल किया है कि जब इनाम के लिए खिलाडि़यों को चुनने की बात आती है या फिर पालीसी बनानी हो तो इम्तियाजी सुलूक क्‍यों होता है?

साबिक स्पोर्ट मिनिस्टर अजय माकन का भी मानना है कि खेल एवार्डस् की इमेज को नुकसान पहुंच रहा हैं क्‍योंकि वह मुतनाज़ो से घिरे रहते हैं. उन्‍होंने कहा कि ऐसे तनाजे न हो, इसके लिए Awards Committee के चेयरपर्सन और मेम्बर्स को हामी नहीं होना चाहिए. इसी की वजह से मैंने ओलिंपियन राज्‍यवर्धन राठौर को एवार्ड कमिटी का चेयरपर्सन बनाया था.

माकन के हवाले से एक अंग्रेजी अखबार ने कहा कि मेरे दौर में कभी भी मैंने सियासत की फिक्र नहीं की. उस समय राठौड़ ने गजब का काम किया था. उस वक्त मेरी तरफ से कोई एक सिफारिश नहीं गई, जैसे आज के खेल मिनिस्टर के दौर में की जा रही है.

आपको मालूम कि सानिया मिर्जा को 29 अगस्‍त को राष्‍ट्रपति भवन में खेल रत्‍न के इनाम नवाज़ा गया था.