हुकूमत तेलंगाना ने जेल में उम्र क़ैद की सज़ा काटने वाले साबिक़ पुलिस कांस्टेबल मुहम्मद अबदुलक़दीर की पेरोल पर रिहाई से मुताल्लिक़ दरख़ास्त पर कार्रवाई के लिए ओहदेदारों को हिदायत दी है।
अबदुलक़दीर के अरकान ख़ानदान ने आज डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली से मुलाक़ात की और रमज़ान उल-मुबारक के पेशे नज़र अबदुलक़दीर की पेरोल पर रिहाई की दरख़ास्त की।
उनके फ़र्ज़ंद ने कहा कि मुख़्तलिफ़ अवारिज़ के बाइस उनके वालिद की तबीयत दिन बह दिन बिगड़ रही है और मूसिर ईलाज की सहूलतें ना होने के बाइस अरकान ख़ानदान उनकी सेहत के बारे में फ़िक्रमंद हैं।
उन्होंने मुनासिब ईलाज की सहूलतों की फ़राहमी की दरख़ास्त की। अरकाने ख़ानदान का कहना था कि अगर अबदुलक़दीर को पेरोल पर रहा किया गया तो ना सिर्फ़ वो बेहतर ईलाज करा पाएंगे बल्कि रमज़ान उल-मुबारक अपने अफ़राद ख़ानदान के साथ गुज़ार सकेंगे। डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर ने एक माह पेरोल पर रिहाई की सिफ़ारिश करके दरख़ास्त को वज़ीर-ए-दाख़िला एन नरसिम्हा रेड्डी से रुजू किया और उन से ख़ाहिश की के वो आला ओहदेदारों को ज़रूरी हिदायत दें।
बताया जाता हैके वज़ीर-ए-दाख़िला ने एक माह की पेरोल की सिफ़ारिश करके फाईल को वज़ारत-ए-दाख़िला रवाना किया है और तवक़्क़ो हैके बहुत जल्द पेरोल पर रिहाई का फ़ैसला करलिया जाएगा।
जनाब महमूद अली ने बताया कि एक माह के पेरोल की मंज़ूरी के बाद पेरोल की मुद्दत में तौसी के लिए इक़दामात किए जाऐंगे। उन्होंने कहा कि अबदुलक़दीर की हालत में दिन बह दिन बिगाड़ से मुसलमानों में बेचैनी पाई जाती है।
उन्होंने कहा कि हुकूमत उन्हें बेहतर ईलाज की सहूलत फ़राहम करने की कोशिश करेगी। पेरोल पर रिहाई के बाद हुकूमत उन्हें हर तरह की तिब्बी इमदाद बहम पहुंचाने तैयार है।
उन्होंने बताया कि चैरलापली और चंचलगुडा जेलों में मुस्लिम क़ैदीयों को रमज़ान उल-मुबारक के दौरान तमाम सहूलतों की फ़राहमी के लिए जेल हुक्काम को हिदायत दी गई है।
क़ैदीयों के लिए सह्र-ओ-इफ़तार के इंतेज़ाम के अलावा नमाज़ की सहूलत की फ़राहमी पर तवज्जा दिलाई गई। ओहदेदारों से कहा गया है कि वो रमज़ान उल-मुबारक के दौरान मुस्लिम क़ैदीयों से रियायत का मुआमला करें और उन से कोई ऐसा सख़्त काम ना लें जिस से उनकी सेहत मुतास्सिर हो।