साबिक़ पाकिस्तानी खिलाड़ी क़ौमी कोच के हामी

लाहौर, ०६ जनवरी ( एजैंसीज़) पाकिस्तानी साबिक़ क्रिकेटरस का कहना है कि वाटमोर की सलाहीयतों से इनकार नहीं लेकिन पाकिस्तानी टीम का कोच मुक़ामी ही होना चाहीए ।

साबिक़ चीफ़ सेलेक्टर इक़बाल क़ासिम का कहना है कि मेरी राय में पाकिस्तानी खिलाड़ियों केलिए ग़ैर मुल्की कोच की ज़बान समझना आसान नहीं । इस लिए पाकिस्तान की टीम की कोचिंग किसी पाकिस्तानी कोच को ही करनी चाहीए । लेकिन फिर भी अगर 18 हज़ार डालर माहाना के ओज़ान का तक़र्रुर किया जा रहा तो उन्हें टीम सेलेक्शन समेत मुकम्मल इख़्तयारात दिए जाएं ताकि वो अपनी कारकर्दगी पर जवाब दे हूँ ।

साबिक़ कप्तान आमिर सुहेल के बाक़ौल पी सी बी को मुल्की कोचिग की सलाहीयतों से फ़ायदा उठाना चाहीए । अगर ग़ैर मुल्की कूच लाना है तो तवील अर्से से अकीडीमों में जारी कोचिंग प्रोग्रामज़ का क्या फ़ायदा है । आमिर सुहेल ने कहा कि डेविड वाटमोर की पाकिस्तान आमद का वक़्त भी नामुनासिब है क्योंकि जिन दिनों वो पाकिस्तान आयेंगे इन दिनों पाकिस्तान की टीम मुहसिन ख़ान की कोचिंग में मुत्तहदा अरब इमारात में इंगलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ का आग़ाज़ कर रही होगी ।

ऐसे में मुहसिन ख़ान मुकम्मल दिलजोई के साथ अपना काम नहीं कर सकेंगे । बेहतर होता कि उन्हें सीरीज़ के बाद मदऊ किया जाता । दरीं असना पी सी बी के साबिक़ चेयरमैन रिटायर्ड लेफ्टीनेंट जनरल तौकीर-ए-ज़िका का कहना है कि रिचर्ड पाई बस बाब वूल्मर और जीफ़ लासन टीम के कोच की हैसियत से नाकाम रहे हैं जबकि उस वक़्त तमाम तर तनाज़आत के बावजूद टीम फ़तह हासिल कर रही है ।

इस मौक़ा पर डेविड वाटमोर का तक़र्रुर मुनासिब नहीं क्योंकि श्रीलंका की टीम के सीनीयर खिलाड़ी भी इन से ख़ुश नहीं थे और कहीं ऐसा पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ ना हो।