हैदराबाद 01 जुलाई:साबिक़ रियासत हैदराबाद के 20 अज़ला से ताल्लुक़ रखने वाले आज़मीने हज्ज के लिए ख़ुशख़बरी हैके हज 2015 में रुबात में क़ियाम से मुताल्लिक़ तनाजे की यकसूई करली गई है और क़ुरआ अंदाज़ी में मुंतख़ब फ़ी आज़िम 46,000/ रुपये की बचत होगी।
चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर सेंट्रल हज कमेटी अताउलरहमन ने मुंबई से सियासत से बात करते हुए इस बात का इन्किशाफ़ किया। उन्होंने कहा कि रुबात में क़ियाम के मसले पर नाज़िर रुबात और औक़ाफ़ कमेटी के दरमयान तनाजे की ख़ुशगवार यकसूई होचुकी है।
सेंट्रल हज कमेटी ने अज़ीज़ ये ज़मुरा से मुंतख़ब किए गए 597 आज़मीन के लिए रुबात में क़ियाम से मुताल्लिक़ मकतूब की इजराई का इख़तियार औक़ाफ़ कमेटी को दिया है।
रुबात में क़ियाम से मुताल्लिक़ मंज़ूरी का मकतूब की 597 कापीयां औक़ाफ़ कमेटी निज़ाम को रवाना की गई हैं ताके क़ुरआ अंदाज़ी में मुंतख़ब आज़मीन को जारी की जा सकीं।
अताउलरहमन ने बताया कि 597 में 585 आज़मीन का क़ुरआ अंदाज़ी के ज़रीया इंतेख़ाब अमल में आया है जबकि 12 आज़मीन निज़ाम ख़ानदान से मुंतख़ब किए जाऐंगे। 31 जुलाई तक मुंतख़ब आज़मीन को औक़ाफ़ कमेटी अलाटमेंट लीटर जारी करते हुए उस की नक़ल सेंट्रल हज कमेटी को रवाना करदेगी।
उन्होंने बताया कि पिछ्ले दो बरसों से तनाजे के सबब रुबात में क़ियाम का मसला तात्तुल का शिकार था। अताउलरहमन के मुताबिक़ साबिक़ रियासत हैदराबाद से ताल्लुक़ रखने वाले 20 अज़ला के अज़ीज़ ये ज़मुरा के आज़मीन की क़ुरआ अंदाज़ी के ज़रीये इंतेख़ाब किया गया। 30 मई को हैदराबाद में क़ुरआ अंदाज़ी की गई और मुंतख़ब आज़मीन की तफ़सीलात सेंट्रल हज कमेटी रवाना की गई है।
उन्होंने बताया कि तेलंगाना के 10 अज़ला के अलावा महाराष्ट्रा और कर्नाटक के अज़ला के आज़मीन भी क़ुरआ अंदाज़ी में शामिल किए गए। उन्होंने कहा कि औक़ाफ़ कमेटी निज़ाम को चाहीए कि वो अलाटमेंट लेटर्स सिर्फ़ उन्हीं आज़मीन को जारी करें जिन का क़ुरआ अंदाज़ी में इंतेख़ाब अमल में आया।
अज़ीज़य ज़मुरा के आज़मीन पहली क़िस्त के तौर पर 81 हज़ार रुपये अदा करचुके हैं और उन्हें मज़ीद 99,100/- रुपये अदा करने थे। रुबात में क़ियाम के लिए मुंतख़ब आज़मीन को सिर्फ़ 53,050/- रुपये अदा करने होंगे।
दूसरी क़िस्त अदा करने की आख़िरी तारीख़ 13 जुलाई है। वाज़िह रहे कि एडीटर सियासत ज़ाहिद अली ख़ां की ख़ुसूसी दिलचस्पी पर नाज़िर रुबात हुसैन मुहम्मद अलशरीफ़ ने साबिक़ रियासत हैदराबाद के आज़मीन की ख़िदमत के जज़बे के तहत जारीया साल 597 आज़मीन के लिए क़ियाम की सहूलत फ़राहम करने का फ़ैसला किया है।
मौजूदा रुबात की इमारत में सिर्फ़ 264 अफ़राद के क़ियाम की गुंजाइश है और कई बरसों से उतनी ही तादाद में आज़मीन के क़ियाम के इंतेज़ामात किए जा रहे थे, ताहम दो साल के वक़फे के बाद इस मुआमले की यकसूई के मौके पर ज़ाहिद अली ख़ां ने नाज़िर रुबात को इस बात के लिए कामयाब तरग़ीब दी कि वो 600 आज़मीन के क़ियाम के इंतेज़ामात करें।
सऊदी हुकूमत ने 597 आज़मीन के क़ियाम के लिए नाज़िर को तसरीह जारी की है। मौजूदा रुबात के अलावा मज़ीद दो इमारतें हासिल की गई हैं।
औक़ाफ़ कमेटी निज़ाम के सेक्रेटरी क़ासिम रज़ा ने भी इस मसले की यकसूई पर ख़ुशी का इज़हार किया।इन का कहना हैके निज़ाम कमेटी हमेशा ही आज़मीने हज्ज के हक़ में रही है।