हिमाचल प्रदेश के किलो में पेश आए अन्दोहनाक वाक़िये के बाद तलाशी मुहिम हनूज़ जारी है। ग़र्क़ाब तलबा में बी एच ई एल के मुहम्मद साबिर हुसैन शेख़ भी शामिल हैं।
उस नौजवान तालिब-ए-इल्म और दुसरे लापता तलबा की लाश का पता चलाने की कोशिशें जारी हैं। रेलवे मुलाज़िम शेख़ ख़्वाजा के तीसरे फ़र्ज़ंद साबिर हुसैन शेख़ वि एन आर विग्यान ज्योति इंजीनियरिंग कॉलेज वाक़्ये बाचोपली निज़ामपेट साइबराबाद साल दोम में ज़ेर-ए-तालीम थे वो कॉलेज इंतेज़ामीया की तरफ से तालीमी तफ़रीह के लिए अपने साथी तलबा-ए-के हमराह शुमाली हिंद बिशमोल शिमला के दौरा पर 6 जून को रवाना हुए थे।
ब्यास नदी में लारजी डैम हाइडल प्रोजेक्ट के तहत अचानक पानी के इख़राज से जुमला 24 तलबा बिशमोल 6 लड़कीयां बह गई थीं। शेख़ ख़्वाजा ने सियासत न्यूज़ को बताया कि उनके फ़र्ज़ंद साबिर हुसैन शेख़ घर से जाते वक़्त बेहद ख़ुश थे लेकिन दो दिन में इन का घर मातम में बदल गया। हादसे के बाइस सारे अरकाने ख़ानदान पर सकता तारी होगई।