जदयू लीडर और बेगूसराय के साबिक़ एमपी मोनाजिर हसन ने बुध को भाजपा का दामन थाम लिया। रियासत भाजपा दफ्तर में हुए मिलन तकरीब में मोनाजिर के साथ उनके सैकड़ों हिमायत भी भाजपा में शामिल हुए। मोनाजिर ने मंगल को जदयू से इस्तीफा दे दिया था। इस मौके पर मोनाजिर ने कहा कि राजद-जदयू सेकुलरिज़्म के नाम पर मुसलमानों को बरगला कर अपना सियासी फाइदा ले रहे हैं। दोनों पार्टियों की सियासत मैंने काफी नजदीक से देखी है।
उन्होंने कहा कि अपनी सियासी सफर मैंने मुंगेर जिला भाजयुमो के सदर के तौर में शुरू की थी। रमजान के पाक महीने में दुबारा भाजपा में वापस आकर मैं खुशी महसूस कर रहा हूं। वहीं, भाजपा विधानमंडल पार्टी के लीडर सुशील मोदी ने कहा कि अकलियत के लोगों का भाजपा की तरफ तेजी से रुझान बढ़ रहा है।
उन्होंने बिहार हुकूमत से टीइटी पास तालिबे इल्म को तकर्रुरी लेटर देने की मांग भी की और मुलाज़िमीन को महकमा में काम देने की भी दरख्वास्त की। मिलन तकरीब में प्रदेश भाजपा सदर मंगल पांडेय ने कहा कि साबिक़ वज़ीर जावेद अख्तर पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं। मोनाजिर हसन के भाजपा में शामिल होने से अंग जनपद में भाजपा को और मजबूती मिलेगी।
एसेम्बली में ओपोजीशन के लीडर नंद किशोर यादव ने कहा कि मोनाजिर हसन सियासत में भाजपा की ही उपज हैं। आज वह अपनी असल पार्टी में आ गये। मोनाजिर के साथ जदयू के रियासती जेनरल सेक्रेटरी अकील अख्तर, नौजवान जदयू के जेनरल सेक्रेटरी विभांशु निराला, बीडीओ सिंह, फैसल अहमद, अनवर सिद्दीकी, नूर आलम और अरुण कुमार तिवारी समेत दीगर लीडर शामिल हुए। मिलन तकरीब में विधान पार्षद संजय मयूख, सूरज नंदन कुशवाहा, पूर्व विधान पार्षद गंगा प्रसाद, रजनीश कुमार, एमएलए प्रेम रंजन पटेल, अजफर शम्सी और अशोक भट्ट वगैरह मौजूद थे।