सामाजिक तहफ्फुज़ को 2100 करोड़

पटना 1 मई : रियासती हुकूमत इस साल बेवा, माज़ूर, बुढ़ापा पेंशन समेत सामाजिक तहफ्फुज़ मंसूबा पर 2100 करोड़ रुपये खर्च करेगी। पेंशन रक़म से करीब 50 लाख लोगों को फायदा मिलेगा। मंगल को वजीर कोंसिल की अजलास में इसे मंजूरी दे दी गई। काबिना ने होमगार्ड के जवानों के रोशन फ़र्ज़ अलोवेंस को 200 रुपये रोज़ाना से बढ़ाकर 300 रुपये रोज़ाना कर दिया है। चौथे रियासत खज़ाना कमीशन की सिफारिश के सिलसिले में पंचायती राज अदारों को 815 करोड़ रुपये फराहम कराने की मंजूरी दी है।

अजलास के बाद काबिना सेक्रेटरी ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया कि रवां साल में लक्ष्मीबाई सामाजिक तहफ्फुज़ पेंशन के लिए 198 करोड़, इंदिरा गांधी कौमी बेवा पेंशन मंसूबा के तहत रियासत मंसूबा मद से 162 करोड़, सामाजिक तहफ्फुज़ पेंशन के तहत 14 करोड़, इंदिरा गांधी कौमी बुढ़ापा पेंशन के तहत रियासत मंसूबा से 885.20 करोड़, कौमी खानदान फायदा मंसूबा के तहत रियासत मंसूबा से 71.72 करोड़, बिहार नि:शक्तता पेंशन मनुबा के तहत रियासत मंसूबा से 162 करोड़, इंदिरा गांधी कौमी नि:शक्तता पेंशन मंसूबा के तहत रियासत मंसूबा के तहत 11 करोड़, कबीर अंत्येष्टि ग्रांट मंसूबा के लिए 46 करोड़ और कौमी देहि सेहत मिशन के तहत 25 फीसद रियासत की तरफ से 550 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है। दाखला महकमा के तजवीज़ पर बहस के बाद होमगार्ड के जवानों का रोज़ाना ड्यूटी अलोवेंस 200 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया गया। इससे तकरीबन 16 हजार अपोइन्टमेंट जवानों को फायदा मिलेगा।

अजलास में चौथे रियासती खज़ाना कमीशन की सिलसिले में पंचायती राज अदारों को 815.25 करोड़ रुपये फराहम कराने का फैसला किया गया। इसमें 636.2 करोड़ रुपये रियासत के खालिस टैक्स से हासिल रकम का हिस्सा है और 179.13 करोड़ असंबद्ध अतिया की रकम है। इस रकम का इस्तेमाल तरजीह के साथ पिने के पानी, सड़क, पानी-पखाना निकासी, हेफाजान सेहत, गांवों की कच्ची सड़कों पर ब्रिक सोलिंग, नाला तामीर, नालों-पोखरों-कुओं की सफाई वगैरह पर खर्च किया जाएगा। इसके अलावा जिला कोंसिल के मुलाज्मिन के तनख्वा पर भी खर्च किया जाएगा। बेगूसराय में गंगा नदी के कटाव से बेघर 133 खानदानों के बाज़ आबादकारी के लिए बछवाड़ा में फी खानदान तीन डिसमिल जमीन के हिसाब से 3.99 एकड़ गैर मजरुआ जमीन की मुफ्त बंदोबस्ती की मंजूरी दी गई है।