सारी दुनिया में अर्थ आवर रौशनी बंद कर के बर्क़ी की बचत

हिंदूस्तान भी आज दुनिया भर के इन ममालिक में शामिल हो गया जिन्होंने बर्क़ी बचत के लिए अर्थ आवर मनाया । नई दिल्ली में आलमी हिद्दत के ख़तरा का मुक़ाबला करने के लिए एक घंटा तक बर्क़ी बचत का अह्द करते हुए तमाम बर्क़ी एशिया-ए-को बंद कर दिया गया ।

दुनिया भर के बड़े शहरों में कई शॉपिंग मॉल्स , होटल और बड़ी मार्किटस ने माहौलयात के तहफ़्फ़ुज़ के लिए अपने सालाना अह्द के हिमायत में बर्क़ी बचत करते हुए बर्क़ी बंद रखी । ये तमाम इलाक़े कुछ देर के लिए तारीकी में ग़र्क़ रहे । फ़ित्री तौर पर आलमी फ़ंड जमा करने वालों ने दुनिया भर के बड़े शहरों में अर्थ आवर मनाया । 8-30 ता 9-30 बजे के दरमियान एक घंटा के लिए तारीकी छाई रही ।

सारी दुनिया में तक़रीबा 50 मिलियन माहौलयात के हामियों ने ज़ाइद अज़ सौ ममालिक के नेटवर्क ने अर्थ आवर मनाते हुए माहौलयात की तब्दीली का मुक़ाबला करने के लिए बड़े पैमाने पर आलमी मुहिम में हिस्सा लिया । 2007 में ऑस्ट्रेलिया के शहर सिडनी में अर्थ आवर का आग़ाज़ हुआ । सिडनी के हार्बर ब्रीज और ओपेरा हाउस भी तारीकी में ग़र्क़ रहे ।

सिडनी के हार्बरता मिस्र के तहरीर स्कावयर और न्यूयॉर्क के एमप्लायर स्टेट बिल्डिंग के इलावा हज़ारों शहर तारीकी में ग़र्क़ रहे । ज़मीन से इज़हार मुहब्बत के लिए पाकिस्तान में ने इज़ाफ़ी लाइट्स बंद कर के तवानाई बचाने का मुज़ाहरा किया । ईस्लामाबाद में पार्लीयामेंट हाउस और लाज्स की लाईट बंद की गई । सदर आसिफ़ ज़रदारी का एवान , वज़ीर आज़म हाउस , वज़ीर आज़म सेक्रेट्रेट , सुप्रीम कोर्ट में भी लाईट बंद कर दी गईं थीं ।