सार्क चोटी कान्फ़्रेंस में तवानाई मुआहिदे पर दस्तख़त

काठमांडू

सार्क चोटी कान्फ़्रेंस में तवानाई शोबा में तआवुन के लिए एक फ्रेमवर्क मुआहिदा तैयार किया गया जिस पर आज तमाम मुल्कों ने दस्तख़त की। लेकिन कान्फ़्रेंस में देरीना मोटर व्हीकल और रेलवे मुआहिदों को क़तईयत नहीं दी जा सकी। इस के अलावा अवाम से अवाम के राबते और अशीया की नक़ल-ओ-हरकत का मुआहिदा भी नहीं किया जा सका।

पाकिस्तान की जानिब से शदीद एतराज़ के बाइस उन मुआहिदों को पूरा नहीं किया गया। इस सिलसिले में पाकिस्तान को तरग़ीब देने की पुरज़ोर कोशिश की गई लेकिन पाकिस्तान अपने मौक़िफ़ पर अटल रहा। सार्क मुल्कों ने इन मुआहिदों की मंज़ूरी के लिए तीन माह की मोहलत रखी है।

मुआहिदों पर दस्तख़त कराने में नाकामी का असर नेपाली क़ाइदीन पर नुमायां देखा जा रहा था कि क़ाइदीन अपनी चोटी कान्फ़्रेंस को कामयाब बनाना चाहते थे। पाकिस्तान ने बाज़ मुआहिदों की शदीद मुख़ालिफ़त की। सार्क इलाक़े में ट्रांसपोर्ट के राबिता को यक़ीनी बनाने का मुआहिदा भी शामिल था।