साल का दूसरा और आख़िरी आज मुकम्मिल चाँद ग्रहन

साल 2014 का दूसरा और आख़िरी मुकम्मिल चाँद ग्रहन 8 अक्टूबर को होगा लेकिन हिंदुस्तान में इस गहन कामिल का सिर्फ़ आख़िरी हिस्सा ही देखा जाएगा क्युंकि ग्रहन का ज़्यादा हिस्सा उस वक़्त होगा जब हिंदुस्तान में दिन रहेगा।

प्लैनेटेरियम नेहरू सेंटर के कहा कि मुकम्मिल चाँद ग्रहन का आग़ाज़ हिंदुस्तानी मयारी वक़्त के मुताबिक़ दोपहर एक बजकर 43 मिनट पर होगा जब चाँद कुर्राह-ए-अर्ज़ के बल्कि स्याह साय में दाख़िल होगा।

गहन कामिल का आग़ाज़ सहपहर 3 बजकर 54 मिनट पर होगा और शाम 7 बजकर 5 मिनट पर गहन का इख़तेताम होगा । आज़म तरीन ग्रहन शाम 4 बजकर 24 मिनट पर रहेगा।

कामिल ग्रहन शाम 4 बजकर 54 मिनट पर ख़त्म होगा और शाम 7 बजकर 4 मिनट पर चाँद कुर्राह-ए-अर्ज़ के बल्कि स्याह दायरा से बाहर निकल जाएगा। चाँद ग्रहन हरवक़त महताब कामिल की शब होता है जब सूरज कुर्राह-ए-अर्ज़ और चाँद एक सीधी लकीर पर जमा हुए हैं ।