हैदराबाद।31 अक्टूबऱ् तूफ़ान नीलम आंध्रा प्रदेश और तामिलनाडू की साहिल से टकरा गया। आंध्रा प्रदेश में ना ही कोई जानी नुक़्सान हुआ और ना ही फसलें तबाह हुईं अलबत्ता साहिली अज़ला में ज़बरदस्त बारिश हुई और तुंद हवाओं के बाइस कुछ दरख़्त जड़ों से उखड़ गए। तूफ़ान नीलम के आज शाम आंध्रा प्रदेश के साहिल से टकरा जाने के पेश नज़र कृष्णा नैलोर, प्रकाशम, गुंटूर और चित्तूर और राइलसेमा-ए-रीजन के ज़िला चित्तूर में रियासती हुकूमत ने ख़तरा से आगाह कर दिया था।
मज़कूरा अज़ला के 40 मंडलों में गुज़शता 24 घंटों में ज़ाइद अज़ 3 सनटी मीटर बारिश रेकॉर्ड की गई। ये तूफ़ान तामिलनाडू के पांडूचेऱी और आंध्रा प्रदेश के नैलोर के करीब चे माल के साहिल से टकरा गया। महिकमा मौसमियात की पेश क़यासी के मुताबिक़ इस तूफ़ान के बाइस आइन्दा 48 घंटों के दौरान तेज़ और ज़बरदस्त बारिश के इमकानात हैं। तादम तहरीर आंध्रा प्रदेश के किसी भी साहिली इलाक़ा से अम्वात की रिपोर्ट नहीं मिली है।
तूफ़ान के साहिल से टकरा जाने से बहुत पहले ही कई मवाज़आत मैं साहिल से समुंद्री पानी की सतह 100 मीटर बुलंद हो गई । समुंद्र में बुलंद बुलंद मौजें उठती रहीं। नैलोर और चित्तूर अज़ला में महिकमा तालीम ने स्कूल के लिए तातील(छुट्टी) का ऐलान कर दिया है। बारिश के बाइस सड़कें और ज़ीरीं इलाक़े ज़ेर आब आगए थे।
मछली पटनम, कृष्णा पटनम, निज़ाम पटनम और वाडरेव बंदरगाहों पर ख़तरा के निशान आवेज़ां कर दीए गए थे। महिकमा मौसमियात के इंतिबाह के पेश नज़र माही गैर समुंद्र का रुख नहीं किए। साहिल के करीब रहने वाले लोगों को ये भी मश्वरा(advice) दिया गया कि वो तूफ़ान के साहिल से टकरा जाने और आंधी के थम जाने तक घरों के बाहर ना निकला जाय। साहिली इलाक़ों में 90 ता 100 कीलोमीटर फ़ी घंटा की रफ़्तार से आंधी की हवाएं चल रही थीं।