साहिली आंध्र में तूफ़ान का ख़तरा टल गया

आंध्र प्रदेश को लाहक़ एक नया तूफ़ान का ख़तरा अब एसा महसूस होता हैके ख़तरा टल गया है क्युंकि ख़लीज बंगाल में पैदा शूदा तमूज में कमी वाक़्ये हुई है जिस के सबब ये तूफ़ान 9 नवंबर इतवार की दोपहर साहिल के क़रीब पहूंचने तक कमज़ोर होजाएगा।

महकमा-ए-मौसीमीयत के ओहदेदारों के मुताबिक़ वसती ख़लीज बंगाल में पिछ्ले 12 घंटों से हवा के दबाओ में ज़बरदस्त कमी हुई थी और बुलंद लहरें उठ रही थीं। ये सूरत-ए-हाल विशाखापटनम के साहिल से 560 कीलोमीटर के फ़ासले पर रिकार्ड की गई।

तूफ़ानी भंवर आंध्र प्रदेश के साहिल की सिम्त पेशक़दमी के दौरान इतवार तक मज़ीद कमज़ोर पड़ जाएगी। ओहदेदारों ने कहा कि ख़लीज बंगाल में हुवा के दबाओ के कमेटी के असर से हफ़्ता और इतवार के दौरान आंध्र प्रदेश के कई अज़ला में बारिश होसकती है । साहिली आंध्र और शुमाली टामलनाडो में माही ग़ैरों को ख़बरदार किया गया है और साहिल से दूर रहने की हिदायत की गई है।

साहिली आंध्र में 12 अक्टूबर इतवार को तूफ़ान हुद हुद से बड़े पैमाने पर तबाही हुई थी और उन मुक़ामात के अवाम को एक और तूफ़ान का ख़तरा लाहक़ था जिस के टल जाने पर अवाम ने राहत की सांस ली है।