साहिली आंध्र में आज हवा के दबाव में कमी के सबब पेश आने वाले तूफ़ान हेलन में कम अज़ कम 7 अफ़राद हलाक और 1.69 लाख एकड़ खड़ी फसलों को नुक़्सान पहुंचा।
सब से ज़्यादा नुक़्सान मग़रिबी गोदावरी , मशरिक़ी गोदावरी , कृष्णा और गुंटूर में धान की खड़ी फसलों को पहुंचा। सरकारी ज़राए ने ये बात बताई।
तूफ़ान हेलन पिछ्ले दिन रात में रियासत से टकराया था जब कि इस के सबब तेज़् बारिश और तेज़ हवाएं चली थीं। एक माह पहले रियासत में आए तूफ़ान फ़ाएलन के बाद ये दूसरा बड़ा तूफ़ान है।
स्टेट डिज़ाससटर मैनेजमेंट कमिशनर सी पार्था सारथी ने बताया कि चार साहिली अज़ला के तक़रीबा 21 हज़ार 283 अफ़राद को 93 अराज़ी कैंपस में रखा गया है।
बताया गया कि दो दो अफ़राद कृष्णा मशरिक़ी गोदावरी और एक एक फ़र्द श्रीकाकुलम और मग़रिबी गोदावरी में हलाक हुए। समुंद्र में फंसे 20 माही गैर जो तीन कश्तियों में सवार थे बहिफ़ाज़त लैट आए।
कमिशनर ने बताया कि एन डी एस एफ की दस टीमों को मुतय्यन किया गया है जब कि चार हेलिकॉप्टर्स को भी राहत कारी इक़दामात के लिए रखा गया है।
महिकमा मौसमियात के ताज़ा बुलेटिन के मुताबिक़ तूफ़ान बतदरीज मग़रिब जुनूब की सिम्त रुख़ कररहा है। बताया गया कि आइन्दा 12 ता 24 घंटों के दौरान साहिली आंध्र और तेलंगाना के कई मुक़ामात पर बारिश होसकती है।
बताया गया कि मुतास्सिरा इलाक़ों में बर्क़ी बहाली का काम जंगी ख़ुतूत पर जारी है। महिकमा ने बताया कि धान की खड़ी फसलों के साथ साथ नारियल , मौज़ के दरख़्तों को नुक़्सान पहुंचा है।
जबकि हलाकतों की तादाद में इज़ाफ़ा होसकता है। महिकमा मौसमियात ने ख़लीज बंगाल में हवा के दबाव में कमी के सबब जज़ीरा एंड विमान में आइन्दा 24 घंटों के दौरान तेज़् बारिश की पेश क़यासी करते हुए कहा कि यहां 25 सनटी मीटर यह इस से ज़्यादा बारिश होसकती है। महिकमा इंडियन मेट्रोलॉजिकल की तरफ से जारी करदा ताज़ा बुलेटिन में ये बात बताई गई।