ब्रिटिश फॉरेन सेक्रेट्ररी बोरिस जॉनसन ने रविवार को सऊदी अरब की यात्रा के दौरान ब्रिटेन और सऊदी अरब के करीबी रिश्तों पर बार बार ज़ोर दिया और कहा की रिश्ते में “साफ़गोई” महत्वपूर्ण है। टिप्पड़ी के कुछ दिन बाद विश्व में इसको गल्फ अरब देशों की समीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
सऊदी अरब के विदेशी मंत्री आदेल-अल-जुबैर के साथ साझा कॉन्फ्रेंस के दौरान जॉनसन ने कहा कि येमिनी के पीड़ितों की उन्हें काफी चिंता है लेकिन रियाध को ऐसे देश से घोर खतरे का सामना पड़ रहा है जहां पर राज्य मिले जुले अरब फोर्सेज का प्रमुख अंश है।
जॉनसन ने आगे कहा कि में यहां यू के और सऊदी अरब की दोस्ती पर ज़ोर देने आया हूँ जो की विकास कर रह है और जिसका दायरा बढ़ रहा है और यहां यह कहना भी ठीक होगा की हम स्पष्ट रिश्तों में विश्वास रखते है। अब हमारा एक दूसरे से उन बेहतर चीज़ों पर बात करने का समय है जो हम साथ मिल कर रहे हैं।
गुरुवार को ब्रिटिश मीडिया में फुटेज ज़ारी की गयी जिसमे जॉनसन ने सऊदी अरब पर ब्रिटेन के पुराने मित्र होने का आरोप लगाया है, और ईरान पर मध्य पूर्व में युद्ध भड़काने का आरोप लगाया है।