सिंगा रेड्डी के हालिया फ़साद पर अफ़सोस का इज़हार सऊदी अरब-ओ-ख़लीज में मुक़ीम अहलीयान ए सिंगा रेड्डी का शदीद एहतेजाज

सिंगा रेड्डी के हालिया फ़साद पर अहलीयान ए सिंगा रेड्डी हाल मुक़ीम सऊदी अरब-ओ-ख़लीज ने सख़्त अफ़सोस का इज़हार किया है और कहा कि शहर सिंगा रेड्डी जो कि अपनी गंगा जम्नी तहज़ीब के लिए मशहूर है, चंद एक नीकाबपोश फ़िर्का परस्त क़ाइदीन की गीनाउनी साज़िशों की नज़र होगया जो रात की तारीकी में मंसूबा बंद साज़िश के तहत अक़ल्लीयतों के कारोबार को तबाह कर दिया गया और दूसरी तरफ़ अक़ल्लीयतों के तमाम इलाक़ों की पुलिस ने नाका बंदी करदी।

मुक़ामी ऐम एल ए उस की ज़िम्मेदारी लेने तैयार नहीं और कहते हैं कि ये उन के ख़िलाफ़ बी जे पी की साज़िश है। पोलिस का चार घंटों तक तमाशाई बना रहना हैरतअंगेज़ और ताज्जुबख़ेज़ है। ये भी इत्तेलाआत हैं कि सिंगा रेड्डी का फ़ायर इंजन मुक़ाम वारदात पर नहीं गया जबकि जोगी पेट, नरसा पुर और यहां तक कि हैदराबाद से भी फ़ायर इंजन पहुंच गए थे।

पोलिस का काफ़ी अमला हथियारों के साथ मौजूद था जो तमाशाई बना हुआ था और फिर मासूम और बेक़सूर अक़ल्लीयती लड़कों को रात के अंधेरे में गिरफ़्तार किया जा रहा है।

ये सब जानते हैं कि सब किस के इशारा पर हो रहा है। कांग्रेस एक सेक्यूलर जमात है और हम सदर कांग्रेस मिसिज़ सोनीया गांधी से अपील करते हैं कि ऐसे फ़िर्का परस्त क़ाइदीन को फ़ौरी बरतरफ़ किया जाये, वर्ना फ़िर्का परस्त जमातों और सेक्यूलर जमातों में कोई फ़र्क़ नहीं रहेगा।

इस इजलास की सदारत समाजी कारकुन और गल्फ़ एम्पलॉयज़ फ़ोर्म के सदर जनाब मुअज़्ज़म अली इफ़्तिख़ार ने की जिस में मुक़ीत ख़ां, मुनव्वर ख़ां, ताहिर अली, हाशिम अली, सबील अहमद, ऐडवोकेट यूसुफ़, मज़हर अहमद, इब्राहीम अली, मुबश्शिर अहमद, अली बिन बसरवी, सईद फ़क़ीहा, ऐडवोकेट जाफ़र ख़लीक़, मुजीब शरीफ़, रफ़ीक़ बिन अहमद , अतहर अली, सैयद हामिद, मुश्ताक़ अहमद, ज़फ़र उद्दीन, सादिक़ मुहम्मद, हबीब मुहम्मद, अरशद हुसैन, मुज़म्मिल अहमद, शकील अहमद, सय्यद उम्र और दीगर शामिल थे जिन्हों ने सिंगा रेड्डी के हिन्दू और मुस्लिम भाईयों से उन साज़िशों का शिकार ना होने और आपसी भाई चारा को बरक़रार रखने की पुरज़ोर अपील की।

इजलास में क़ाइद अपोज़ीशन मिस्टर एन चंद्रा बाबू नायडू, जनाब ज़ाहिद अली ख़ां, जनाब मुहम्मद सलीम-ओ-दीगर के कामयाब दौरा सिंगा रेड्डी पर इन से इज़हार-ए-तशक्कुर किया गया।