सिंध असेंबली में लड़कीयों की कम उमर में शादी, दूसरी शादी के लिए बीवी से इजाज़त और ज़िना के मुक़द्दमे में डी एन ए टेस्ट को बतौर शहादत क़ुबूल ना करने से मुताल्लिक़ इस्लामी नज़रियाती कौंसिल की सिफ़ारिशात के ख़िलाफ़ क़रारदाद पीर को मंज़ूर करली गई।
सियासी तजज़िया निगारों और आज़ाद ख़्याल मुबस्सिरीन का कहना है कि ऐसी सूरते हाल में जबकि असेंबली में मुख़्तलिफ़ मुआमलात पर मुख़्तलिफ़ नज़रियात रखे जाते हों और अरकान सियासी नज़रियात के हवाले से एक दूसरे की ज़िद हों, वहां इस्लामी नज़रियाती कौंसिल के ख़िलाफ़ एक ज़बान हो जाना ख़ुशगवार हैरत है।
इस्लामी नज़रियाती कौंसिल ने हाल ही में लड़कीयों की कमउमरी में शादी पर पाबंदी को ग़ैर इस्लामी क़रार दिया था।