सिंहस्थ महा कुंभ: साध्वी ने लिया जिंदा समाधी लेने का फैसला

उज्जैन। सिंहस्थ महाकुंभ में आज परी अखाड़े की प्रमुख त्रिकाल भवंता उन पर हो रहे भेदभाव कि वजह से जिंदा समाधि लेने के लिए 10 फुट गहरे गड्ढे में जा कर बैठ गईं। त्रिकाल के अनुसार उसको प्रशासन से काफी नाराजगी है उनके मुतबिक प्रशासन अखाड़े को बेहतर सुविधाएं मुहैया नहीं करा रही है और साथ ही शाही स्नान के लिए वक्त भी नहीं दे रही हैं, उनके साथ भेदभाव कर रही है। इस बारे में वह सरकार से शिकायत कर रही है लेकिन सरकार के सिर पर जूं नहीं रेंग रही इसलिए आज उन्होंने समाधि लेने का फैसला कर लिया।

आपको बता दें कि सिंहस्थ कुंभ में सिर्फ 13 अखाड़ों को अधिकृत माना जाता है और इन अखाड़ों को ही शासन-प्रशासन की ओर से सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं उन्हें स्नान का समय और स्थान दिया गया है लेकिन इन 13 अखाड़ों में परी अखाडा़ नहीं है इसलिए साध्वी इन सारी बातों की मांग कर रही हैं।

हालांकि मौके की जानकारी पुलिस को मिलने वो तत्काल प्रभाव से मौके पर पहुंची और तमाम मीडिया कर्मियों की उपस्थिति में उसने साध्वी को समझाने की कोशिश की लेकिन साध्वी जिद पकड़कर बैठी हुईं थीं, हालांकि कई बार कहने के बाद साध्वी गड्ढे से बाहर निकल आयी हैं और उन्होंने सरकार को 24 घंटे का समय देते हुए कहा कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे समाधि ले लेंगी।

सियासत के अनुसार सिंहस्थ कुंभ को शुरू हुए ही पांच दिन हुए हैं लेकिन इन पांच दिनों में कुछ ऐसी चीजें हो गईं जिनकी कल्पना भी कोई नहीं कर सकता था। दो दिन पहले सिंहस्थ में साधुओं ने पुलिस को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था.