सिंह परिवार से मुल्क की सालमीयत को ख़तरा

मुल्क में तबदीली मज़हब पर वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी की ख़ामोशी की बिना सिंह परिवार के हौसले बुलंद होरहे हैं जिस से मुल्क की सालमीयत को ख़तरा लाहक़ होसकता है।

इन ख़्यालात का इज़हार स्टेट सेक्रेटरी-ओ-मुक़ामी क़ाइद एस विलास ने मुस्तक़र आदिलाबाद में कमीयूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया यौम तासीस के मौके पर पार्टी पर्चम लहराने के बाद मीडीया से मुख़ातब होते हुए किया।

महिकमा रेलवे में ग़ैरमुल्की सरमाया कारी पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए कमीयूनिसट पार्टी क़ाइद ने मर्कज़ी हुकूमत की छः माह की कारकर्दगी को अवाम के लिए जहां ग़ैर मुतमइन क़रार दिया वहीं दूसरी तरफ़ कमीयूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया की कारकर्दगी पर रोशनी डालते हुए मज़दूर पेशा, सरकारी मुलाज़िमीन, तलबा-ए-ओ-तालिबात को पार्टी से वाबस्ता होकर पार्टी को मज़ीद मुस्तहकम करने की ख़ाहिश की।

कमीयूनिसट पार्टी के अहम सिविलों के बिना मुल्क में फ़िर्कापरस्त सियासी जमाईतं अपने मक़ासिद में नाकाम हैं। पार्टी की 89 वीं यौम तासीस के मौके पर पार्टी से ताल्लुक़ रखने वाले मर्द-ओ-ख़वातीन की कसीर तादाद मौजूद थी। वाज़िह रहे कि 1925 में कमीयूनिसट पार्टी आफ़ इंडिया का क़ियाम कानपूर में अमल में लाया गया था।