कांग्रेस पार्टी सदर सोनिया गांधी यहां एक सिख इंसानी हुकूक ग्रुप की तरफ से दायर किए गए मुकदमे में गवाही नहीं देंगी। उनके अटॉर्नी ने यह इत्तेला दी है। सिख फॉर जस्टिस की मांग के जवाब में सोनिया गांधी के अटॉर्नी रवि बत्रा ने बताया कि वे मामले में गवाही नहीं देंगी।
सिख ग्रुप के वकील गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पिछले हफ्ते कहा था कि अमेरिकी वकाफी अदालत से अपील की जाएगी कि वह सितंबर 2013 में अमेरिका में उनकी मौजूदगी के ताल्लुक में कांग्रेस सदर को गवाही के लिए कहें। ग्रुप की मांग को खारिज करते हुए बत्रा ने कहा कि यह बहुत छोटी बात है कि एक ग्रुप “गलत आवामी जज़्बात ” पैदा कर रहा है कि हिंदुस्तानी लीडर 1984 के सिख मुखालिफ दंगों के ताल्लुक में उनके खिलाफ दाखिल किए गए इंसानी हुकूक की खिलाफवर्जी के मामले में गवाही देंगी।
सोनिया गांधी ने इस ताल्लुक में 13 जनवरी को अमेरिकी अदालत में उनके खिलाफ दाखिल मुकदमे को खारिज करने के लिए एक नया हलफनामा दिया था। हलफनामे में सोनिया गांधी ने कहा था कि वे 3 सितंबर 2013 से 9 सितंबर 2013 के बीच की मुद्दत में अमेरिका या न्यूयॉर्क में नहीं थीं। एसएफजे का कहना है कि सोनिया गांधी इस मुद्दत में स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर में इलाज़ के लिए शहर में थीं।