कच्छ के सिख किसानों को पब्लीक पोपर्टी बता कर उनकी जमीन से बेदखल किये जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
चीफमीनिस्टर मोदी ने जहां पंजाब के चीफमीनिस्टर प्रकाश सिंह बादल को फोन कर मामले से बाखबर किया है, वहीं कांग्रेस के स्टेट सदर अर्जुन मोढवाडिया ने बादल को खत लिख कर मोदी पर झूठ बोलने का इल्जाम लगाया है।
मोढवाडिया के मुताबिक, साबिक कांग्रेस सरकार कि तरफ से बसाए गए सिख किसानों को मोदी बेदखल करने पर अमादा हैं।
अर्जुन मोढवाडिया ने बादल को लिखे खत में कहा है कि कच्छ बोर्डर पर निगरानी की मंशा से तत्कालीन वजिर ए आजम लालबहादुर शास्त्री और कांग्रेस नेता इंदिरा गांधी ने पंजाब के किसान खान्दानों को 39-39 एकड़ जमिन देकर बसाया था। मुख्यमंत्री मोदी किसानों को पब्लिक पोपर्टी बता कर जमीन का पंट्टा रद कर रहे हैं।
सिख बिरादरी को इस जमिन से बेदखल करने की असलियत यह है कि इस जमीन पर माफियाओं की नजर है। मोदी इस मामले में पंजाब सरकार को आधा सच ही बता रहे हैं। जमीन से बेदखली के खिलाफ सिखों ने हाईकोर्ट में अर्जी दायर की। फैसला उनके हक में आया लेकिन राज्य सरकार सिख किसानों को जमीन वापस देने के बजाए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई।