नई दिल्ली
दिल्ली के सिख दुश्मन फ़सादात के 30 साल बाद इमकान है कि हुकूमत एक कमेटी क़ायम करेगी ताकि एस आई टी के ज़रिए इन फ़सादात की तहकीकात करवाई जाएं। ये इक़दाम समझा जा रहा है कि इंतेख़ाबात से क़बल राय दहनदों को तरग़ीब देने की कोशिश है।
कमेटी के सदर सुप्रीम कोर्ट के साबिक़ जज रीटाइरड जस्टिस जी पी माथुर होंगे। ये कमेटी गुज़िश्ता 23 दिसंबर को क़ायम की गई थी ताकि 1984 के फ़सादात की दुबारा तहकीकात के इमकानात का जायज़ा ले और इसकी रिपोर्ट मर्कज़ी वज़ीर दाख़िला राजनाथ सिंह को गुज़िश्ता हफ़्ते पेश करदी गई है जिस में एस आई टी के ज़रिए ताज़ा फ़सादात की सिफ़ारत की गई है।
वज़ीर-ए-आज़म इंदिरा गांधी के 31 अक्टूबर 1984 को क़तल के बाद सिख दुश्मन फ़सादात फूट पड़े थे|