नई दिल्ली: सिख विरोधी दंगों से जुड़े 199 मामलों की जांच के लिए दो पूर्व न्यायाधीशों की समिति की स्थापना की है। न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की पीठ ने कहा कि यह समिति दंगे से संबंधित 42 मामले की भी जांच करेगी, जिसे विशेष जांच दल (एसआईटी) ने तय किया है। पीठ ने स्पष्ट किया है कि समिति यह तय करेगी कि क्या मामलों में एसआईटी ने संगठित रिपोर्ट में प्रवेश किया है, यह उचित है या नहीं।
अदालत ने समिति को भी सभी मामलों की समीक्षा करके तीन महीने के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। अब इस मामले की सुनवाई 28 नवंबर को होगी। कोर्ट ने 24 मार्च को केंद्र सरकार को फाइल के 199 मामलों को पेश करने के लिए केंद्र सरकार पर फैसला सुनाया, जिसका निर्णय एसआईटी को बंद करने के लिए आंतरिक मंत्रालय ने किया। 1986 की अध्यक्षता में एसआईटी, भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी प्रसाद सेवानिवृत्त हो रहे हैं, जबकि सेवानिवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रशीश कपूर और दिल्ली पुलिस अधिकारी कुमार ज्ञानेश उस के सदस्य हैं।