सिदी पेट वाक़िया की मुज़म्मत

सिदी पेट में दुसहरा तहवार के बाद निकाले जाने वाले दुर्गा माता के जलूस के दौरान चंद शरपसंद लोगों की जानिब से मुस्लमानों की मुक़द्दस किताब जिस की मुस्लमान दिल-ओ-जान को लगाकर इबादत करते हैं । क़ुरआन के चंद पर्चों को फाड़ कर उछालते हुए मुस्लमानों के दिलों-ओ-जज़बात को ठेस पहूँचाने का वाक़िया करने पर जनगाॶं मजलिस बलदिया के साथ कौंसिलर-ओ-सदर जामि मस्जिद कमेटी अल्हाज मुहम्मद अकबर , साबिक़ा रुकन बलदिया मुहम्मद जमाल अशरीफ़ ऐडवोकेट , सलीम उद्दीन नाहिद बाबा , मुहसिन , नईर ने सख़्त ब्रहमी-ओ-शदीद अफ़सोस का इज़हार करते हुए कहा कि इस वाक़िया में मुलव्वस शरपसंदों और पसेपर्दा शख़्सियतों का पता चलाकर फ़ौरी गिरफ़्तार किया जाय । उन लोगों ने कहा कि करानी आयात की बेहुर्मती करने से सारे दुनिया के मुस्लमानों के जज़बात से खिलवाड़ किया गया है ।